अभिनेता मुकेश खन्ना ने बीते दिनों द कपिल शर्मा शो को वाहियात बताते हुए इसमें जाने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि ये शो फूहड़ता से भरा और डबल मीनिंग जुमलों से भरपूर है। मुकेश खन्ना की इस आलोचना पर अब कॉमेडियन कपिल शर्मा का जवाब आया है।
एक इंटरव्यू में कपिल शर्मा ने कहा कि मैं और मेरी टीम कोरोना महामारी जैसे दौर में भी लोगों के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा, ‘जब पूरी दुनिया कठिन दौर से गुजर रही है, तो लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाना जरूरी है। यह प्रत्येक व्यक्ति पर निर्भर करता है कि उसे किस बात में खुशी ढूंढनी है और किस बात में कमी। मैंने खुशी को चुना है और मैं अपने काम पर ध्यान देना पसंद करता हूं और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखूंगा।’
दअरसल बीते दिनों द कपिल शर्मा शो में महाभारत के कलाकारों ने शिरकत की थी। शो में गूफी पेंटन उर्फ ‘शकुनी मामा’, पुनीत इस्सर उर्फ ‘दुर्योधन’, नीतीश भारद्वाज उर्फ ‘श्री कृष्ण’, और ‘अर्जुन’ पहुंचे थे। हालांकि महाभारत में भीष्म पितामह की का किरदार निभाने वाले मुकेश खन्ना इस शो का हिस्सा नहीं बने थे।
मुकेश खन्ना की टिप्पणियों से महाभारत की टीम के सदस्यों के बीच टकराव हो गया था। मुकेश ने जब शो को बेहूदा बताया तब गजेंद्र ने मुकेश को एक फ्लॉप अभिनेता कह कर संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि ‘महाभारत’ से पहले मुकेश एक फ्लॉप अभिनेता थे। दोनों के विवाद पर नीतीश भारद्वाज को भी सामने आना पड़ा था। हालांकि इस पूरे मामले पर कपिल शर्मा तब चुप रहे थे।
मुकेश खन्ना ने कहा था- ‘बड़े एक्टर्स जाते होंगे, लेकिन मुकेश खन्ना नहीं जाएगा! यही प्रश्न गूफी ने मुझसे पूछा कि रामायण के बाद वे लोग हमें इंवाइट करने वाले हैं। मैंने कहा तुम सब जाओ मैं नहीं जाऊंगा। कारण ये कि भले ही कपिल शर्मा शो पूरे देश में पॉप्युलर है। परंतु मुझे इससे ज्यादा वाहियात शो कोई नहीं लगता। फूहड़ता से भरा हुआ, डबल मीनिंग जुमलों से भरपूर। अश्लीलता की ओर हर पल मुड़ता हुआ ये शो है, जिसमें मर्द, औरतों के कपड़े पहनता है। घटिया हरकतें करता है और लोग पेट पकड़ कर हंसते हैं।
इस शो में लोग क्यों हैं करके हंसते हैं। मुझे आज तक समझ नहीं आया। एक बंदे को सेंटर में सिंहासन पर बिठा कर रखते हैं। उसका काम है हंसना। हंसी न भी आए तो भी हंसना। इसके उन्हें पैसे मिलते हैं। पहले इस काम के लिए सिद्धु भाई बैठते थे। अब अर्चना बहन बैठती हैं। काम? सिर्फ हा हा हा करना!!’