पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी बीजेपी में शामिल होने के बाद अपने गृह जिले पूर्व मेदिनीपुर में शक्ति प्रदर्शन किया और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल में 200 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करने के लक्ष्य को दुहराते हुए कहा-‘इस बार, 200 पार.’ बता दें कि शुभेंदु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने के बाद बुधवार को टीएमसी ने कांथी में जुलूस निकाला था. ममता बनर्जी के मंत्री फिरहाद हकीम और टीएमसी एमपी सौगत राय ने शुभेंदु अधिकारी को गद्दार बताते हुए उनकी तुलना मीरजाफर से की थी. उसी सभा के जवाब में आज शुभेंदु ने जुलूस निकाला था और सभा की थी. सभा में जमकर जय श्रीराम और हरे कृष्ण हरे-हरे …बीजेपी घरे-घरे .. के नारे लगे.
शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “आज सभा में लोग स्वतः स्फूर्त आए हैं, क्योंकि कल टीएमसी के नेता यहां कुत्सा करने आए थे. एक मंत्री ने कोलकाता को मिनी पाकिस्तान बोले थे. वह यहां कुत्सा करने आए थे. उसके विरोध में ही आज कांथी के लोग जुटे हैं. मेरा घर बंगाल है और मेरा देश भारत है. वे लोग मुझे यहां अटका कर रखना चाहते हैं, लेकिन मुझे रोक कर नहीं रख पाएंगे और इसकी जरूरत भी नहीं पड़ेगी.”
दूसरी ओर, शुभेंदु अधिकारी के बीजेपी में जाने के बाद अब ममता बनर्जी 7 जनवरी को नंदीग्राम में जनसभा करने जा रही हैं. दरअसल नंदीग्राम आंदोलन ही वह आधार था, जिसके जरिए ममता बनर्जी को 2011 में 33 सालों के माकपा शासन को उखाड़ फेंकने का मौका मिला था. 2007 के इस आंदोलन का मुख्य चेहरा शुभेंदु अधिकारी थे और विपक्ष की मुख्य नेत्री के तौर पर ममता बनर्जी ने आंदोलनकारियों के पक्ष में खड़े होकर तत्कालीन माकपा सरकार के खिलाफ हल्ला बोला था.
इस आंदोलन के मुख्य सूत्रधार शुभेंदु अधिकारी अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कई बार वह कह चुके हैं कि नंदीग्राम आंदोलन में ममता की कोई भूमिका नहीं थी बल्कि यहां के स्थानीय लोगों ने आंदोलन किया था. वह नंदीग्राम के लोगों को आश्वस्त कर चुके हैं कि यहां लोगों का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे. लगातार दावा किया जाता है कि शुभेंदु अधिकारी के बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद नंदीग्राम में टीएमसी ने केवल कमजोर हो गई है बल्कि इस बार विधानसभा चुनाव में वहां पार्टी को बहुत कम संख्या में वोट मिलेंगे.
शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम से विधायक भी रहे हैं. हाल ही में उन्होंने इस्तीफा दिया है और बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इस लिहाज से वहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद ही जनसभा करने जा रही हैं.