निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को फांसी की सजा जल्द दी जा सकती है. चारों दोषियों में से एक गुनहगार पवन को मंगलवार को तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया था. इससे पहले वह मंडोली जेल में बंद था. इसके बाद से ही चारों दोषियों को जल्द फांसी दिए जाने की खबरें चर्चा में हैं.
निर्भया के गुनहगारों को फांसी देने के लिए उत्तर प्रदेश की मेरठ जेल के जल्लाद दिल्ली के तिहाड़ जेल भेजे जाएंगे. दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने जेल प्रशासन को भेज खत में लिखा कि तिहाड़ जेल में जल्लाद की जरूरत है. इसमें यह भी लिखा गया कि कुछ ऐसे सजा पाए लोग हैं, जिनके बचने के सारे कानूनी उपाय खत्म हो गए हैं.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा दया याचिका खारिज करने के बाद निर्भया के चारों गुनहगारों मुकेश, पवन, अक्षय और विनय के नाम ब्लैक वारंट यानी मौत का आखिरी पैगाम जारी हो सकता है. ब्लैक वारंट में फांसी की तारीख, वक्त और जगह लिखा होता है.
ब्लैक वारंट जारी होते ही आजाद हिंदुस्तान में फांसी पाने वाले ये 58वें. 59वें, 60वें और 61वें गुनहगार होंगे. देश में पहली फांसी महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को हुई थी, जबकि आखिरी यानी 57वीं फांसी 2015 में याकूब मेमन को दी गई थी.
इस तरह इन चारों की मौत की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. इन दोषियों की मौत की खबर अब कभी भी तिहाड़ जेल से आ सकती है. निर्भया के चारों गुनहगार पिछले 7 वर्षों से जेल में बंद हैं.