ब्राजील: कई बार हमारे सामने ऐसी-ऐसी घटनाएँ आती हैं, जिनके बारे में जानकर रूह काँप जाती है। ऐसी घटनाओं के बारे में जानने के बाद बस एक ही आवाज आती है कि ऐसा किसी के साथ भी ना हो। अगर किसी जिन्दा व्यक्ति को गलती से मरा हुआ मानकर उसे कब्र में दफ़न कर दिया जाए जबकि वह व्यक्ति जिन्दा ही तो सोचिये क्या होगा। वह व्यक्ति आखिर किस तरह से खुद को बचा सकता है। हाल ही में एक ऐसी ही घटना सामने आई है ( जिन्दा महिला को दफना दिया कब्र में ) ।
11 दिनों तक बाहर निकलने के लिए करती रही संघर्ष:
दरअसल ब्राजील में एक महिला की मौत का ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानने के बाद पूरी दुनिया में खलबली मच गयी है। सभी लोग इस घटना के बारे में जानकर हैरान हो गए हैं। जानकारी के मुताबित यहाँ की रहने वाली एक महिला रोसांजेला अलमिडा को लोगों ने धोखे से मारा हुआ समझकर कब्र में दफना दिया। हालाँकि महिला मरी नहीं थी। जब उसे कब्र में होश आया तो वह बाहर निकलने के लिए 11 दिनों तक अन्दर संघर्ष करती रही। महिला कब्र को अन्दर से 11 दिनों तक खरोंचती रही।
लेकिन महिला का दुर्भाग्य ही था कि उसकी जान बचाने की कोशिश नाकामयाब हो गयी। जब तक महिला के परिजन पहुँचते महिला की मौत हो गयी थी। मिली जानकारी के अनुसार अलमिडा को दो बार हार्टअटैक आया था। इसके बाद अलमिडा के परिवार वालों ने उसे मरा हुआ मान लिया। इसके बाद परिवार के लोगों ने अलमिडा को कब्रिस्तान ले जाकर दफना दिया। कब्रिस्तान के आस-पास रहने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें कई दिनों तक रोने और चीखने की आवाजें सुनाई देती रही। इस घटना के बाद आस-पास के लोग बहुत डर गए।
पहले लोगों को लगा कि यह कोई भूत-प्रेत की घटना हो सकती है। इसके बाद लोगों ने इस मामले से दूरी बना ली। लेकिन जब यह घटना बार-बार लगातार कई दिनों तक होती रही तो आस-पास के लोगों ने इस घटना की जानकारी मृत महिला के परिवार वालों की दी। लेकिन जब तक महिला के परिवार वाले वहां पहुंचे और ताबूत निकाला, महिला की मौत हो चुकी थी। इस घटना के बाद से महिला के परिवार वाले काफी दुखी हैं। उन्हें इस बात का अफ़सोस है कि उन्होंने इतनी बड़ी गलती आखिर कैसे कर दी। उन लोगों की भूल या गलती की वजह से एक महिला की जान चली गयी।
बाहर निकलने के लिए नाखूनों से खरोंचती रही ताबूत को:
रिपोर्ट्स के अनुसार जब महिला के ताबूत को खोलकर देखा गया तो महिला के हाथ-पैर पर कई चोट के निशान थे। ताबूत पर नाख़ून की खरोंच और खून भी मिला। जिससे यह बात साबित होती है कि ताबूत में किल ठोककर दफनाये जाने के बाद भी महिला जिन्दा थी। महिला ने ताबूत से बाहर निकलने के लिए पूरी कोशिश कि लेकिन वह सफल नहीं हो पायी और आख़िरकार जिंदगी से जंग हार गयी। पुलिस ने बताया कि जब महिला को हार्टअटैक आया होगा तो वह मरी नहीं बल्कि बेहोश हुई होगी। वहीँ परिवार के लोगों ने बिना डॉक्टरी सलाह के ही महिला को मृत मान लिया।