सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने भी ट्वीट पर एक पुरानी तस्वीर साझा की. साथ ही उन्होंने लिखा कि मां तुम हमेशा मेरे साथ मेरी शक्ति के रूप में हो, हे कृष्ण मेरी माँ का ख्याल रखना!
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी ट्वीट कर लिखा कि मुझे आज भी विश्वास नहीं हो रहा है कि सुषमा जी को गए हुए एक साल हो गया है. वो मेरी बहन थीं, जो हर रक्षा बंधन को मुझे राखी बांधने आती थीं. बता दें कि रक्षा बंधन के मौके पर भी उपराष्ट्रपति ने सुषमा स्वराज की याद में ट्वीट किया था.
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, रविशंकर प्रसाद, बाबुल सुप्रियो ने भी इस मौके पर सुषमा स्वराज को याद किया. इसके अलावा कई देशों के राजदूत, प्रतिनिधियों की ओर से सुषमा को श्रद्धांजलि दी गई.
गौरतलब है कि पिछले साल जब संसद में अनुच्छेद 370 को हटाया गया और भारतीय जनता पार्टी जश्न ही मना रही थी. तभी शाम को सुषमा स्वराज को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा, 67 साल की उम्र में 6 अगस्त 2019 को सुषमा स्वराज ने अंतिम सांस ली. खराब तबीयत के कारण ही सुषमा स्वराज ने 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था, यही कारण रहा कि वो सरकार का हिस्सा भी नहीं बनी थीं.
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान बतौर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के काम को सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सराहा गया. वो एक ट्वीट पर भी बाहर फंसे किसी भारतीय की मदद का आदेश देती थीं, जिसने लोगों के बीच उनको प्रसिद्ध कर दिया.
सुषमा स्वराज को भारतीय जनता पार्टी के उन नेताओं में गिना जाता रहा है जो अपनी भाषण शैली से विपक्षियों को मात देती थीं. 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले उनका नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने की रेस में भी था.