अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। CAA and NRC in Gujarat. नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ अल्पसंख्यक अधिकार मंच व अन्य संगठनों की ओर से वीरवार को बुलाया गया अहमदाबाद , वडोदरा बंद मुस्लिम बहुल इलाकों में नजर आया जबकि अन्य इलाकों में बंद का असर रहा। इस मौके पर अभाविप ने इस कानून के समर्थन में वहीं एनएसयूआइ ने इसके विरोध में प्रदर्शन भी किया। इस बीच, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात में सीएए व एनआरसी दोनों कानून लागू किए जाएंगे।
अल्पसंख्यक अधिकार मंच, श्रमिक कांग्रेस संगठन, अनहद, अहमदाबाद ऑटो एसोसिएशन सहित कई संगठनों ने गुरुवार को अहमदाबाद, वडोदरा, गोधरा व पंचमहाल बंद का एलान किया था। एडवोकेट शमशाद पठान ने बताया कि अहमदाबाद, वडोदरा के कई बाजारों में बंद सफल रहा। सामाजिक संगठन, श्रमिक संगठन व व्यापारिक संगठनों ने भी बंद का समर्थन किया। अहमदाबाद में कालुपुर, शाहपुर,जूहापुरा, दरियापुर आदि मुस्लिम बहुल इलाकों में बंद का असर देखा गया, जबकि अन्य इलाकों में जनजीवन सामान्य रहा। इससे पूर्व नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एनएसयूआइ के कई कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए।
गांधीनगर में पत्रकारेां से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पहली बार गुजरात में एनआरसी व सीएए लागू करने का एलान किया। सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान में धर्म के आधार पर प्रताड़ना झेल रहे उन प्रांतों के अल्पसंख्यक समुदाय को भारत में शरण देना आवश्यक है। सीएम रूपाणी ने कहा कि दुनिया में एकमात्र भारत ही उनके लिए आश्रयस्थल हो सकता है, ऐसे में गुजरात सरकार केंद्र के दोनों कानूनों के समर्थन में है। सीेएम रूपाणी ने यह भी कहा कि केंद्र के बनाए हुए सीएए व एनआरसी समूचे देश में लागू होगा, कोई भी राज्य इन कानूनों को लागू करने से इनकार नहीं कर सकते। नागरिकता देना केंद्र का विषय है, इसलिए ये दोनों कानून जल्द ही भारत में अमल होंगे।
गुजरात में लाठीचार्ज, पुलिस वाहन रोका
एएनआइ के मुताबिक, गुजरात के अहमदाबाद में नागरिकता संशोधन कानून पर विभिन्न वामपंथी दलों द्वारा बुलाए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर पुलिस वाहन को रोक दिया।