लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के धार्मिक स्थलों पर पहुंचने के लिए सड़कों, शौचलयों, विश्राम गृहों, बैठने के लिए स्थान और पीने के पानी का इंतजाम करने का निर्देश दिया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि आदित्यनाथ ने बुधवार शाम को एक बैठक में यह कहा। मुख्यमंत्री ने साथ ही अयोध्या में मंचित की जाने वाली पारंपरिक और विश्व प्रसिद्ध रामलीला फिर से शुरू करने पर भी जोर दिया, जिसे कुछ साल पहले अचानक बंद कर दिया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्रकूट में भजन संध्या कार्यक्रम और मथुरा में रासलीला भी सवरेत्तम तरीके से शुरू की जाए। मुख्यमंत्री ने धार्मिक मामलों के विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि सभी हिंदू धार्मिक स्थलों की ओर जाने वाली सड़कें सीमा दीवार सहित निर्मित की जाएं। अयोध्या में 14.77 करोड़ रुपये के भजन संध्या स्थल का निर्माण जून 2018 तक पूरा करने के आदेश के साथ ही योगी ने ऐसे स्थानों का समुचित रख रखाव सुनिश्चित करने और उन्हें सर्वोत्तम गुणवत्ता मानकों के अनुसार निर्मित किए जाने का आदेश भी दिया।
आदित्यनाथ ने साथ ही राज्य के सभी धार्मिक स्थलों पर चार लेन वाली सड़कों के निर्माण और शौचालय, विश्राम गृह, बैठने के लिए स्थान और पीने के पानी जैसी चीजों की व्यवस्था करने का निर्देश भी दिया है। आदित्यनाथ ने इन धार्मिक स्थलों पर तालाबों की बहाली और सौंदर्यीकरण और बृज चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग पर सार्वजनिक सुविधाओं की तत्काल व्यवस्था करने का आदेश भी दिया।
एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणासी में स्थित प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर में ई-पूजा और ई-दान की सुविधाएं शुरू करने के भी निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही कैलाश मानसरोवर यात्रा और सिंधी समुदाय द्वारा की जाने वाली सिंधु यात्रा के लिए ऑनलाइन आवेदनों के लिए एक पोर्टल शुरू करने का आदेश भी दिया गया है।