मुंबई हमले के मास्टरमाइंड में शामिल आतंकी जकीउर-रहमान लखवी को पाकिस्तान की एक अदालत ने 15 साल की सजा सुनाई है. ये सजा टेरर फाइनेंसिंग के मामले में सुनाई गई है.
माना जाता है कि लखवी लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद का एक करीबी संबंधी है. उसे दिसंबर 2008 में गिरफ्तार किया गया था और नवंबर 2009 में छह अन्य के साथ मुंबई हमलों के सिलसिले में आरोपी बनाया गया था.
उसके खिलाफ 2009 से सुनवाई चल रही है. वह करीब पांच साल से अडियाला जेल में बंद रहा है.
लाहौर में जकीउर रहमान लखवी के खिलाफ टेरर फंडिंग का मामला दर्ज है. उसपर आरोप था कि डिस्पेंसरी के नाम पर पैसा इकट्ठा करता था और उसका इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों में करता था. मुख्य रूप से इसका इस्तेमाल नए आतंकियों को तैयार करने में किया जाता था.
आपको बता दें कि जकीउर रहमान लखवी को संयुक्त राष्ट्र द्वारा भी आतंकी घोषित किया हुआ था, जो लंबे वक्त से गिरफ्तार से बाहर था. लेकिन हाल ही में FATF की बैठक से पहले पाकिस्तान में उसपर एक्शन लिया गया और जेल में डाला गया.
मुंबई में हुए आतंकी हमले के मामले में हाफिज़ सईद के साथ जकीउर रहमान लखवी भी आरोपी है. इस मामले में भी उसे जेल हुई थी, लेकिन 2015 से ही वो बेल पर बाहर है. बीते दिनों हुई उसकी गिरफ्तारी पर अमेरिका की ओर से भी संतोष जाहिर किया गया था.
गौरतलब है कि जनवरी-फरवरी में फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स (FATF) की बैठक होनी है, ये संस्था देशों को आतंक के खिलाफ लड़ने के लिए पैसा देती है. लंबे वक्त से पाकिस्तान पर यहां ग्रे लिस्ट में जाने की तलवार लटकी है, ऐसे में हर बार ऐसा देखा गया है कि बैठक से पहले पाकिस्तान आतंकियों पर शिकंजा कसता आया है.