मुंबई के गोवंडी क्षेत्र में चलनेवाले उर्दू माध्यम के एक बीएमसी स्कूल में आयरन की गोली खाने से हुई प्वाइजनिंग से एक 12 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई जबकि 250 से अधिक बच्चे बीमार हो गए हैं।
इस हादसे का कारण बच्चों को नियमित दी जानेवाली आयरन की गोली का भारी डोज माना जा रहा है। संजय नगर स्थित उस स्कूल में करीब 1300 बच्चे पढ़ते हैं।
सुबह की पाली में पढ़ने वाले करीब 607 बच्चों को प्रत्येक सोमवार को फोलिक एसिड एवं आयरन की गोलियां दी जाती हैं। इस सोमवार यानी छह अगस्त को भी ये डोज दिए गए थे।
जिसे खाने के बाद घर जाने पर 12 वर्षीय बच्ची चांदनी मुहम्मद रजा शेख की तबियत उसी दिन से खराब होने लगी। वह सात अगस्त को स्कूल भी नहीं आई। लेकिन आठ और नौ अगस्त को स्कूल आई।
नौ अगस्त को उसे उल्टियां होने के बाद परिवार के लोग राजावाड़ी अस्पताल ले गए। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मृत्यु हो चुकी थी। बच्ची की मौत के बाद स्कूल में अभिभावकों की भीड़ जमा हो गई।
जिन्हें काबू में करने के लिए स्कूल प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। चांदनी की मौत के बाद वहां पढ़नेवाले अन्य बच्चों के अभिभावकों को भी अपने बच्चों के सिरदर्द एवं उल्टियां होने पर ध्यान गया।