मुंबई में 100 मिमी तक बरसे बदरा, मराठवाड़ा में भी बारिश का कहर

सितंबर का महीना खत्म होने वाला है, लेकिन महाराष्ट्र के तमाम जिलों में लौटते मानसून का कहर जारी है। मुंबई और आसपास के जिलों में शनिवार देर रात से मूसलाधार बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने रविवार के लिए मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। कई इलाकों में 100 मिमी से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। भारी बारिश के कारण ठाणे में एक व्यक्ति नदी में बह गया।

मुंबई में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
शनिवार रात आधी रात के बाद मुंबई में तेज बारिश शुरू हुई। शुरुआती घंटों में बारिश की रफ्तार बहुत तेज रही, लेकिन रविवार तड़के इसमें थोड़ी कमी आई। अब शहर के ज्यादातर हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बीच-बीच में तेज बौछारें पड़ रही हैं।

24 घंटे में बारिश का आंकड़ा (सुबह 8.30 बजे तक)
कोलाबा: 120.8 मिमी
सांताक्रुज: 83.8 मिमी
जुहू: 88 मिमी
बांद्रा: 82.5 मिमी
महालक्ष्मी: 28 मिमी

मौसम विभाग का रविवार के लिए पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने कहा है कि रविवार को गर्जना के साथ भारी से बहुत भारी बारिश, बिजली कड़कने और 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश भी हो सकती है।

बारिश के कारण परिवहन सेवाएं प्रभावित
सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे की लोकल ट्रेन सेवाएं कुछ देरी से चल रही हैं। बेस्ट बस सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं, किसी भी रूट में बदलाव नहीं किया गया।

ज्वार-भाटा का समय
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि भारी बारिश के समय अगर हाई टाइड हो तो निचले इलाकों में पानी भरने की संभावना बढ़ जाती है। वहीं, लो टाइड के दौरान पानी तेजी से समुद्र में वापस चला जाता है।
उच्च ज्वार (हाई टाइड):दोपहर 2.55 बजे, ऊंचाई 3.24 मीटर
निम्न ज्वार (लो टाइड):रात 8.50 बजे, ऊंचाई 1.31 मीटर

ठाणे और पालघर में हालात
ठाणे शहर में 24 घंटे में 115.79 मिमी बारिश दर्ज की गई। कई जगहों पर पानी भर गयाऔर पेड़ गिरनेकी घटनाएं सामने आईं। पालघर जिले में भी कई इलाकों में जलभराव हुआ। जिला प्रशासन ने लोगों से घर से बाहर निकलने से बचनेऔर सावधान रहने की अपील की है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अन्य बचाव दलों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया है। ठाणे और पालघर के कलेक्टर हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं। प्रशासन ने कहा कि यदि बारिश की रफ्तार बढ़ती है, तो तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया जाएगा।

ठाणे में व्यक्ति नदी में बहा
ठाणे जिले के बदलापुर इलाके में एक व्यक्ति का शव बह गया। यह हादसा शनिवार को हुआ जब तीन लोग उल्हास नदी में नहाने गए थे। भारी बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया था। ठाणे नगर निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी दामोदर वांगड़ ने बताया कि घटना की जानकारी फायर ब्रिगेड को छह घंटे बाद मिली। अभी तक उस व्यक्ति का पता नहीं चल सका है और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मुंबई और आसपास के जिलों में रविवार को भारी बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है, लेकिन लोगों से अपील की गई है कि वे घरों में सुरक्षित रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।

सीएम फडणवीस ने राहत कार्यों की समीक्षा की
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को मराठवाड़ा के आठ जिलों और सोलापुर में बारिश की स्थिति और चल रहे राहत कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को क्षेत्र स्तर पर प्रयासों में तेजी लाने का निर्देश दिया। भारी बारिश के कारण बांधों से पानी छोड़े जाने की संख्या में बढ़ोतरी के साथ, सीएम फडणवीस ने संवेदनशील इलाकों से लोगों को पहले से निकालने पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस बयान में कहा गया है कि उन्होंने अधिकारियों को राहत शिविरों में भोजन, पेयजल और स्वास्थ्य सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

कई जिलों के कलेक्टरों के साथ सीएम ने की चर्चा
मुख्यमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, सीएम फडणवीस ने भारी बारिश और बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए छत्रपति संभाजीनगर, बीड, हिंगोली, जालना, लातूर, नांदेड़, धाराशिव, परभणी और सोलापुर जिलों के कलेक्टरों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘सभी अधिकारियों को मैदान में रहना चाहिए और राहत एवं बचाव कार्यों पर कड़ी निगरानी रखनी चाहिए।’

चारे की कमी पर भी मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
कुछ इलाकों में चारे की कमी की खबरों पर संज्ञान लेते हुए, मुख्यमंत्री ने पशुओं के लिए चारे की तत्काल आपूर्ति के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य भर के बांधों से पानी छोड़े जाने की स्थिति की समीक्षा की और जल संसाधन विभाग को स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम करने और हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया। बयान में कहा गया है कि स्थिति को देखते हुए, जिन लोगों को पहले ही राहत शिविरों में भेज दिया गया है, उन्हें हालात सुधरने तक वहीं रहने को कहा गया है।

भारी बारिश से फसलों को नुकसान
शनिवार को मराठवाड़ा के कई हिस्सों में लगातार बारिश हुई, जिससे पारंपरिक रूप से सूखाग्रस्त इस क्षेत्र के कई गांवों का संपर्क टूट गया और निचली सड़कें और पुल जलमग्न हो गए। पश्चिमी महाराष्ट्र में स्थित सोलापुर में भी भारी बारिश से फसलों को नुकसान हुआ है। मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और कोंकण क्षेत्रों में 30 सितंबर तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जयकवाड़ी परियोजना के जलग्रहण क्षेत्र और बांध क्षेत्र में लगभग 150 मिमी बारिश के कारण गोदावरी नदी में 1,25,000 क्यूसेक (घन फुट प्रति सेकंड) पानी छोड़ा जा रहा है, जो बढ़कर 1.5 लाख क्यूसेक तक हो सकता है।

मराठवाड़ा में भारी बारिश, दो की मौत; 3500 से ज्यादा लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजे गए
मराठवाड़ा क्षेत्र में भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। धाराशिव जिले में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 3500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अधिकारियों के मुताबिक, धाराशिव जिले के ओमरगा और परंडा तालुका में शनिवार रात दो अलग-अलग घटनाओं में एक व्यक्ति की डूबने से और दूसरे की बारिश से जुड़ी घटना में मौत हुई। सिना कोलेगांव बांध से 75,500 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण परंडा के कई इलाकों में बाढ़ आ गई। राहत और बचाव दल ने 3,615 लोगों को सुरक्षित निकाला। छत्रपति संभाजीनगर जिले के हर्सूल सर्कल में 24 घंटे में 196 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं वैजापुर तालुका के शिवुर और बोरसर सर्कल में 189.25 मिमी बारिश हुई। बीड़, नांदेड़ और परभणी जिलों में भी बाढ़ जैसे हालात हैं।

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