हरियाणा के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मई और जून महीने के मिड डे मील के राशन में मीठा फ्लेवर्ड दूध भी मिलेगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार अब दो महीने का राशन एक साथ विद्यार्थियों को घर पर उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। मई-जून के 24-24 दिन का गेहूं, चावल शिक्षक विद्यार्थियों के घर पहुंचाएंगे।
दोनों महीनों का 500 ग्राम मीठा फ्लेवर्ड दूध पाउडर का डिब्बा भी साथ दिया जाएगा। हफ्ते में तीन दिन विद्यार्थियों को दूध की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन बीस ग्राम के हिसाब से 500 ग्राम दूध का डिब्बा विद्यार्थियों को मुहैया कराया जाएगा। लॉकडाउन व गर्मियों की छुट्टियों के दौरान भी विद्यार्थी मिडडे मिल व दूध से वंचित नहीं रहेंगे।
मौलिक शिक्षा निदेशक प्रदीप कुमार ने सभी जिलों के मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मई-जून महीने का राशन व कुकिंग लागत विद्यार्थियों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। प्राइमरी व मिडिल स्कूलों का कोई विद्यार्थी दो महीने के राशन व दूध से वंचित नहीं रहना चाहिए।
सभी मौलिक जिला शिक्षा अधिकारी राशन, दूध व कुकिंग लागत वितरण कर 12 मई तक निदेशालय को रिपोर्ट भेजेंगे। निदेशक ने सभी जिलों के डीसी को भी पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि राशि वितरण में शिक्षकों व इस्कान संस्था को कोई समस्या न आए, इसलिए पूरा सहयोग दिया जाए।
. प्राइमरी के विद्यार्थियों को 45 ग्राम प्रतिदिन के हिसाब से 48 दिन के 2.160 किलोग्राम चावल व 55 ग्राम के हिसाब से 2.640 किलोग्राम गेहूं मिलेगा। इन्हें 238.56 रुपये कुकिंग लागत भी मुहैया कराई जाएगी।
. अपर प्राइमरी के छात्रों को 3.240 किलोग्राम चावल व 3.960 किलोग्राम गेहूं के साथ 357.60 रुपये कुकिंग लागत घर पर पहुंचाई जाएगी।
विद्यार्थियों को मीठा फ्लेवर्ड दूध पाउडर हरियाणा डेयरी डवलपमेंट फेडरेशन मुहैया कराएगी। निदेशक मौलिक शिक्षा ने फेडरेशन के एमडी को पत्र लिखकर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों के पास 500-500 ग्राम के डिब्बे विद्यार्थी संख्या अनुसार पहुंचाने को कहा है। डिब्बे वहीं पर पहुंचाने होंगे, जहां मौलिक जिला शिक्षा अधिकारी बताएंगे।