भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले कुछ समय से देश में डिजिटल पेमेंट और डिजिटल मार्केटिंग को बढ़ावा देने के लिए कई प्रयास कर रहे हैं. उनके इन प्रयासों के लिए देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के कई नेता उनकी तारीफें कर चुके हैं. लेकिन देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की उनकी इस कोशिश के एक पहलु ने उनके लिए थोड़ी मुश्किल भी खड़ी कर दी हैं और इस सिलसिले में एक विदेशी कंपनी ने उनकी शिकायत अमेरिका की सरकार से भी कर दी हैं.
अमेरिकी सरकार ने यह शिकायत अमेरिका की दिग्गज बैंकिंग कंपनी मास्टर कार्ड ने की हैं. यह शिकायत इसी साल जून में दर्ज कराई गई थी लेकिन इस बात का खुलासा हाल ही में अमेरिका की एक प्रतिष्ठित समाचार एजेंसी ने अपनी हालिया रिपोर्ट में किया हैं. इस रिपोर्ट में कहा गया हैं कि अमेरिकी कंपनी मास्टर कार्ड ने भारत सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाया हैं कि उन्होंने भारत में रुपे कार्ड को राष्ट्रवाद के साथ जोड़ते हुए प्रचारित किया हैं और साथ में यह दावा भी किया था कि इस कार्ड का इस्तेमाल करना एक तरह से देश की सेवा करना ही हैं.
मास्टर कार्ड ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार की शिकायत करने के लिए अमेरिकी सरकार को लिखे खत में यह भी कहा हैं कि मोदी सरकार द्वारा रूपये कार्ड के इस तरह से प्रचार करने और उसे राष्ट्रवाद से जोड़ने की वजह से मास्टरकार्ड समेत कई अन्य पेमेंट कंपनियों को भारत में व्यापर में बहुत नुकसान हुआ हैं.