देश में गहराते कोरोना संकट के बीच केंद्र सरकार टीकाकरण अभियान का नया चरण शुरू करने जा रही है। टीकाकरण के तीसरे चरण में 18 साल से 45 साल की उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। इस अभियान को बेपटरी करने के लिए अराजक तत्व अफवाहें फैलाने की कोशिशें कर रहे हैं। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर टीकाकरण को लेकर प्रसारित हो रहीं तरह-तरह की भ्रामक और गलत जानकारियों से लोगों को भ्रमित होने से बचाने के लिए सरकार ने स्पष्ट किया है कि महिलाएं मासिक धर्म के दौरान भी वैक्सीन ले सकती हैं।
दरअसल पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट मीडिया पर इस आशय की सूचना प्रसारित हो रही थी कि मासिक धर्म के पांच दिन पूर्व से लेकर पांच दिन आगे तक महिलाओं को वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इस दौरान उनकी प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इस मामले में प्रेस इन्फार्मेशन ब्यूरो (पीआइबी) ने ट्वीट कर लोगों से कहा कि इस तरह के फर्जी पोस्ट से भ्रमित न हों। महिलाएं खासतौर से किसी अफवाह का शिकार न बनें।
सरकार ने कहा है कि 18 साल से ऊपर के सभी लोग एक मई से शुरू हो रहे टीकाकरण अभियान में वैक्सीन की डोज लें। इन अफवाहों को कई डॉक्टरों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी खारिज किया है। मुंबई के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मुंजाल वी. कपाडि़या ने एक ट्वीट में कहा कि इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज से लोग भयभीत हैं। मासिक धर्म से वैक्सीन की एफीकेसी (प्रभावोत्पादकता) प्रभावित नहीं होगी। जितनी जल्दी हो सके लोग वैक्सीन लगवाएं। साथ ही इसके बारे में लोगों को सही जानकारी दें।
इस बीच भारत ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए केवल 99 दिनों में कोरोना वैक्सीन के 14 करोड़ टीके लगा दिए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इस समय सीमा में इतने ज्यादा टीके लगाने वाला भारत दुनिया का सबसे तेज देश बन गया है। रविवार को देश में कोरोना वैक्सीन डोज की संचयी संख्या 14 करोड़ से अधिक हो गई।मंत्रालय ने कहा कि देश में अब तक जितने टीके लग उनमें 58.83 फीसद हिस्सेदारी केरल, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, बंगाल, गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र की है।मंत्रालय के अनुसार, रविवार शाम सात बजे तक 20,19,263 सत्रों के माध्यम से कुल मिलाकर 14,09,16,417 वैक्सीन की डोज दी गई।