मैसूर के शेर टीपू सुल्तान की ऐतिहासिक तलवार का कुछ पता नहीं चल रहा. यह तलवार कहां है यह सिर्फ विजय माल्या ही बता सकते हैं. विजय माल्या का परिवार इसे अपशकुन मानने लगा था, क्योंकि उनके हिसाब से जबसे यह तलवार आई है, उनके परिवार पर मुश्किलों का साया आ गया है.
गौरतलब है कि शराब कारोबारी और अब हजारों करोड़ का लोन लेकर फरार हो चुके विजय माल्या इस दुर्लभ तलवार को साल 2004 में लंदन से नीलामी में खरीद कर भारत लाए थे. उन्होंने इसके लिए 1.5 करोड़ रुपये चुकाए थे. इस तलवार की मौजूदा समय में कीमत करीब 1.8 करोड़ रुपये है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, भारतीय बैंकों ने लंदन के कोर्ट में यह अर्जी दी है कि माल्या को उसकी वैश्विक संपत्तियों को बेचने से रोका जाए. भारतीय बैंकों के वकील ने तर्क दिया कि जिस तरह से टीपू की तलवार का पता नहीं चल रहा, उसी तरह से माल्या अपनी अन्य संपत्तियों को भी गायब कर सकते हैं.
बेंगलुरु में माल्या के एक पूर्व सहयोगी ने दावा किया कि शराब कारोबारी ने इसे एक प्रतिष्ठित संग्रहालय को देने की कोशिश की थी, ताकि यह सुरक्षित रहे, लेकिन म्यूजियम ने इसे लेने से इंकार कर दिया था. अब यह साफ नहीं है कि तलवार कहां है.
टीपू सुल्तान के वंशज साहबजादा मंसूर अली टीपू ने कहा कि उनका परिवार माल्या से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है ताकि इस तलवार को खरीद सके, लेकिन अभी तक संपर्क नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा, ‘हमें यह पता चला है कि यह तलवार कहीं नहीं दिख रहा, न तो किसी म्यूजियम में और न ही माल्या के परिवार के पास.
माल्या ने अप्रैल 2016 में सुप्रीम कोर्ट में अपनी भारतीय संपत्ति के तहत इस तलवार को भी दिखाया था और इसकी तब कीमत 1.8 करोड़ रुपये बताई थी.