बिहार की राजधानी पटना में एक बीमार महिला सिपाही की मौत के बाद पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों ने जमकर हंगामा किया। शुक्रवार सुबह पुलिसकर्मियों ने जमकर बवाल काटा। महिला और पुरुष सिपाहियों ने सार्जेंट मेजर सह-डीएसपी मसलाउद्दीन, सिटी एसपी और ग्रामीण एसपी को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। इस पिटाई में सार्जेंट मेजर घायल हो गए हैं। सिपाहियों ने सार्जेंट मेजर के घर का घेराव किया।
हालात पर काबू पाने के लिए कई राउंड फायरिंग हुई और दर्जनों गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई है। दरअसल, पुलिस लाइन में तैनात एक महिला सिपाही काफी दिनों से बीमार थी। इलाज न मिलने की वजह से उसकी मौत हो गई। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि कमांडेंट ने इलाज के लिए उसे पर्याप्त छुट्टी नहीं दी। जब उसकी तबियत बहुत ज्यादा खराब हो गई तो उसे पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद से ही सिपाही हंगामा कर रहे हैं।
पुलिसकर्मियों ने पुलिस लाइन में खड़ी गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए। उनका आरोप है कि उनका शोषण किया जा रहा है। मांगने पर उन्हें छुट्टी नहीं मिलती है। मृतक महिला सिपाही भी छुट्टी मांग रही थी जो उसे नहीं मिली। इसी कारण उसकी हालत गंभीर हो गई। पुलिस में तोड़फोड़ करने के बाद जवान सड़क पर उतर आए हैं। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिसकर्मियों को बुलाया गया है। फिलहाल हालात काबू से बाहर हैं।
हंगामे के बीच पटना एसएसपी मनु महाराज पुलिस लाइन पहुंच गए हैं। वह पुलिसकर्मियों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। मनु महाराज ने कहा कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल घटना के पीछे के कारणों का पता नहीं है। उन्होंने कहा कि इस तरह कानून को अपने हाथ में लेने का अधिकार किसी के पास नहीं है। एक बैठक होगी जिसमें इस मामले पर बातचीत की जाएगी।