भाजपा नेता किरीट सोमैया ने कहा है कि महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए हैं। दावा किया कि नए संशोधित कानूनों के दुरुपयोग से हजारों अवैध विदेशी नागरिकों खासकर बांग्लादेशी मुसलमानों को फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड हासिल करने का मौका मिला है।
उन्होंने कहा कि 2024 में भारत सरकार ने कानून में संशोधन किया और न्यायिक मजिस्ट्रेटों के पास पहले से मौजूद शक्तियों को तहसीलदारों को हस्तांतरित कर दिया। इसके बाद एक राष्ट्रव्यापी घोटाला शुरू हुआ।
महाराष्ट्र में 2,24,000 लोगों को जन्म प्रमाण पत्र जारी करने की मंजूरी दी गई। समीक्षा करने पर पता चला कि इनमें से 97 प्रतिशत बांग्लादेशी पृष्ठभूमि के मुसलमान थे। इनकी उम्र 25, 30, 40 और 50 वर्ष थी। उनके पास महाराष्ट्र या भारत में जन्म का कोई प्रमाण नहीं था।
सोमैया के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार ने अब तक 28 एफआइआर दर्ज की है। दो हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आने वाले महीनों में 3,000 और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है।