महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार का सोमवार को मंत्रिमंडल विस्तार होगा। सूत्रों के मुताबिक, तीस-पैंतीस मंत्री बन सकते हैं। हालांकि अभी तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने दिग्गज पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा घटा दी है, जबकि शिवसेना विधायक व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे की सुरक्षा बढ़ाकर ‘जेड श्रेणी’ की कर दी है। राज्य सरकार ने यह फैसला उस समिति की सिफारिशों के आधार पर लिया है, जिसने गणमान्य लोगों को दी गई सुरक्षा व खतरों की समीक्षा की है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि समिति ने हाल ही में आयोजित बैठक में भारतरत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलकर और आदित्य ठाकरे के अलावा 90 से ज्यादा गणमान्य लोगों की सुरक्षा की समीक्षा की। सचिन को ‘एक्स श्रेणी’ की सुरक्षा प्रदान की गई थी, जो अब हटा ली गई है। ‘एक्स श्रेणी’ के तहत 46 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर को 24 घंटे की सुरक्षा प्रदान की गई थी। हालांकि, पूर्व राज्यसभा सदस्य तेंदुलकर जब भी घर से बाहर जाएंगे तो उन्हें पुलिस एस्कॉर्ट की सुविधा प्रदान की जाएगी।
आदित्य को अब ‘जेड श्रेणी’ की सुरक्षा प्रदान की गई है यानी अब उनकी सुरक्षा में ज्यादा जवान मौजूद होंगे। मुंबई के वर्ली के 29 वर्षीय विधायक को पहले ‘वाई प्लस श्रेणी’ की सुरक्षा उपलब्ध थी। राकांपा प्रमुख की सुरक्षा यथावत, अन्ना की बढ़ी : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार को दी गई ‘जेड प्लस श्रेणी’ और उनके भतीजे अजीत पवार की ‘जेड श्रेणी’ की सुरक्षा बरकरार रहेगी। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की सुरक्षा ‘वाई प्लस श्रेणी’ से बढ़ाकर ‘जेड श्रेणी’ की कर दी गई है।
नाइक, खड़से, शिंदे व निकम की सुरक्षा घटाई गई
उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाइक का सुरक्षा घेरा ‘जेड प्लस’ से घटाकर ‘एक्स श्रेणी’ कर दिया गया है। इसी प्रकार भाजपा सरकार में मंत्री रहे एकनाथ खड़से और रामनाथ शिंदे की भी सुरक्षा घटा दी गई है। वर्ष 1993 के मुंबई सीरियल धमाके समेत अन्य कई बड़े मामलों में सरकार की पैरवी करने वाले उज्ज्वल निकम की भी सुरक्षा घटा दी गई है। पहले उनके पास ‘जेड प्लस श्रेणी’ की सुरक्षा थी, जिसे घटाकर ‘वाई श्रेणी’ की कर दी गई है। हालांकि, उन्हें एस्कॉर्ट की सुविधा मिलती रहेगी। अटकलें हैं कि भाजपा सरकार में मंत्री रहे कई लोगों की सुरक्षा भी आने वाले दिनों में घटा दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि ‘एक्स श्रेणी’ के तहत दो जवान दिए जाते हैं, जबकि ‘वाई श्रेणी’ और ‘जेड श्रेणी’ प्राप्त गणमान्य व्यक्ति को क्रमश: 11 व 22 जवान सुरक्षा प्रदान करते हैं।
सचिन की सुरक्षा के मुद्दे पर प्रशंसकों ने राज्य सरकार को घेरा
आइएएनएस के अनुसार, सचिन तेंदुलकर की सुरक्षा घटाए जाने और आदित्य ठाकरे की सुरक्षा बढ़ाए जाने को लेकर ट्विटर पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं सामने आईं। उनके प्रशंसकों ने जहां सरकार को घेरा, वहीं कुछ लोगों ने इसे सही बताया। एक प्रशंसक ने लिखा, ‘महाराष्ट्र सरकार क्या कर रही है? व्यक्तिगत लाभ के लिए खुला पागलपन..?’ दूसरे ने लिखा, ‘भगवान को सुरक्षा की जरूरत नहीं।’ एक अन्य ने लिखा, ‘कुछ गलत नहीं हुआ है.. वह मौजूदा क्रिकेटर नहीं हैं.।’ एक पोस्ट में लिखा गया, ‘ठाकरे परिवार से ज्यादा महत्वपूर्ण है सचिन तेंदुलकर का परिवार। उनकी सुरक्षा क्यों बढ़ाई गई और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले तेंदुलकर की सुरक्षा क्यों घटाई गई..?’