पुलिस बीड में सोशल मीडिया सामग्री की निगरानी कर रही है। मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा भड़क गई थी और कुछ राजनेताओं के घरों को निशाना बनाया गया था।
महाराष्ट्र के बीड जिले में पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 315 आपत्तिजनक पोस्ट की पहचान की और पिछले दो महीनों में 16 अपराध दर्ज किए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस बीड में सोशल मीडिया सामग्री की निगरानी कर रही है। मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा भड़क गई थी और कुछ राजनेताओं के घरों को निशाना बनाया गया था। पुलिस अधीक्षक नंदकुमार ठाकुर ने कहा, हमने अब तक सोशल मीडिया पर 316 पोस्ट की पहचान की है और 263 को हटा दिया है। हम बाकी 53 पोस्ट के पीछे के लोगों का पता लगाएंगे।
क्या है मामला
रिपोर्ट्स के मुताबिक एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर मराठा और वंजारी समुदायों के बीच तनाव की पृष्ठभूमि में रविवार को वायरल हुई थी। इसमें कुछ ग्रामीणों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मराठा समुदाय के किसी भी ‘महाराज’ (धार्मिक उपदेशक) को गांव में आमंत्रित नहीं किया जाना चाहिए। एक शख्स को धमकी देते भी सुना गया कि इसका उल्लंघन करने वाले लोगों को दंडित किया जाएगा।