महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बात तय हो चुकी है। शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) राज्य में सरकार बनाने को लेकर आज एलान कर सकती है।शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को अपनी पार्टी के विधायकों से मुलाकात की और राज्य में राजनीतिक हालात के बारे में उनसे चर्चा की।
शिवसेना के विधायक भास्कर जाधव ने बताया कि पार्टी के विधायकों को सरकार गठन की प्रक्रिया के संबंध में और कांग्रेस-एनसीपी नेताओं की दिल्ली में हुई बैठक के बारे में जानकारी देने के लिए यह बैठक बुलाई थी। जाधव ने कहा कि ठाकरे जो भी फैसला लेंगे वह शिवसेना के सभी विधायकों के लिए मान्य होगा।
संजय राउत ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि महाराष्ट्र में पांच साल तक शिवसेना का सीएम होगा। अगले दो दिनों में तय होगा कि कौन सीएम बनेगा। हालांकि शिवसैनिकों और महाराष्ट्र के जनता की प्रबल इच्छा है कि उद्धव ठाकरे सीएम बनें। संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि शिवसेना को भगवान इंद्र के सिंहासन का प्रस्ताव मिले तब भी वह भाजपा के साथ नहीं आएगी।
राउत ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ वाला त्रिदलीय गठबंधन जब सत्ता में आएगा तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद उनकी पार्टी को ही मिलेगा। अटकलें थी कि भाजपा मुख्यमंत्री पद शिवसेना के साथ साझा करने को तैयार है। इस बारे में सवाल पर राउत ने कहा कि प्रस्तावों के लिए वक्त अब खत्म हो चुका है।
महाराष्ट्र की जनता शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहती है। यह पूछे जाने पर क्या तीनों गैर भाजपा दल शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करेंगे, इस पर राउत ने कहा कि जब राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है तो ऐसे में राज्यपाल से मुलाकात क्यों करेंगे।