महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी में तो रार छिड़ी ही है सत्तारूढ़ भाजपानीत गठबंधन महायुति में छह सीटों की गुत्थी सुलझती नहीं दिखाई दे रही है। भाजपा शिवसेना शिंदे गुट और राकांपा अजीत गुट अपने ज्यादातर उम्मीदवार तय कर चुका है। लेकिन ठाणे धाराशिव पालघर रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग छत्रपति संभाजी महाराज नगर और नासिक लोकसभा सीटों पर दावेदारी को लेकर तीनों दल अड़े हुए हैं।
ठाणे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का गृह क्षेत्र है। वह यहां शिवसेना (यूबीटी) के उम्मीदवार राजन विचारे के विरुद्ध अपना दम दिखाना चाहते हैं। लेकिन भाजपा को लग रहा है कि शिंदे का उम्मीदवार यहां कमजोर साबित हो सकता है। वहां वह अपना उम्मीदवार देना चाहती है। इसलिए मामला अटका हुआ है।
धाराशिव से राणा पाटिल की उम्मीदवारी चाहती है भाजपा
धाराशिव (पूर्व नाम उस्मानाबादा) से भाजपा पूर्व मंत्री राणा पाटिल को उम्मीदवार बनाना चाहती है। यहां अजीत पवार गुट अपने तीन लोगों का नाम छांटकर बैठा है। ये हैं सतीश चव्हाण, विक्रम काले और सुरेश बिराजदार। शिंदे गुट भी इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोक रहा है।
समझौते में अविभाजित शिवसेना के हिस्से में गई पालघर सीट
मुंबई की पड़ोसी पालघर की सीट पहले भाजपा ही लड़ती थी। लेकिन कुछ वर्ष पहले समझौते में यह सीट तब की अविभाजित शिवसेना के हिस्से में चली गई थी। अब शिवसेना में विभाजन के बाद भी शिंदे गुट इस सीट पर अपना दावा ठोक रहा है। जबकि भाजपा पुराने दिनों के समीकरण बताकर यह सीट अपने लिए अधिक अनुकूल मान रही है।
रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग सीट पर भाजपा शिंदे गुट में रस्साकशी
कोंकण की रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग सीट पर भाजपा अपने केंद्रीय मंत्री एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को लड़ना चाहती है। लेकिन शिंदे गुट से उसके तेजतर्रार नेता एवं राज्य के उद्योगमंत्री उदय सामंत यह सीट छोड़ना नहीं चाहते।
संभाजी नगर पर भाजपा का दावा
संभाजी नगर (पूर्व का औरंगाबाद) से पिछला चुनाव अविभाजित शिवसेना के उम्मीदवार चंद्रकांत खैरे हार गए थे। उन्हें असददुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के उम्मीदवार इम्तियाज जलील ने हराया था। शिंदे गुट यहां से अपने मंत्री संदीपन भामरे या फिर मराठा कार्यकर्ता विनोद पाटिल को टिकट देने चाहती है। लेकिन भाजपा शिवसेना की पिछली हार का हवाला देकर इस बार यहां से अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है। यदि उसे मौका मिला तो केंद्रीय मंत्री भागवत कराड उसके उम्मीदवार हो सकते हैं।
उत्तर महाराष्ट्र की नासिक सीट पर भी फंसा पेंच
ऐसा ही पेंच उत्तर महाराष्ट्र की नासिक सीट पर भी फंसा है। इस सीट पर राकांपा अजीत की तरफ से छगन भुजबल अपने या अपने भतीजे के लिए दावेदारी कर रहे हैं। जबकि एकनाथ शिंदे शिवसेना (यूबीटी) छोड़कर आए हेमंत गोडसे के लिए यह सीट मांग रहे हैं।