महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के सह संस्थापक रवि उप्पल को संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हिरासत में लिया गया है। भारतीय एजेंसियां यूएई के अधिकारियों के संपर्क में हैं। भारत सरकार ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप सहित कई अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइटों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया था। अवैध और गैरकानूनी ऐप्स बताते हुए इसको बैन कर दिया गया था।
उप्पल की जांच छत्तीसगढ़ पुलिस और मुंबई पुलिस के अलावा कथित अवैध सट्टेबाजी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा की जा रही है। संघीय जांच एजेंसी ने अक्टूबर में छत्तीसगढ़ के रायपुर में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत के समक्ष उप्पल और इंटरनेट-आधारित प्लेटफॉर्म के एक अन्य प्रमोटर, सौरभ चंद्राकर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग आरोप पत्र दायर किया था। बाद में ईडी के अनुरोध के आधार पर इंटरपोल द्वारा एक रेड नोटिस जारी किया गया था।
ईडी ने रवि उप्पल पर लगाए थे कई आरोप
एजेंसी ने आरोप पत्र में अदालत को सूचित किया था कि उप्पल ने प्रशांत महासागर में एक द्वीप देश वानुअतु का पासपोर्ट लिया है जबकि उसने भारतीय नागरिकता नहीं छोड़ी है। ईडी के अनुसार, इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग 6,000 करोड़ रुपये है।
UAE के हेड ऑफिस से चलाया जाता था महादेव ऑनलाइन ऐप
रवि उप्पल को लेकर अधिकारियों ने कहा कि ईडी की जांच से पता चला है कि महादेव ऑनलाइन बुक ऐप यूएई के एक केंद्रीय प्रधान कार्यालय से चलाया जाता है। इसमें कहा गया था कि यह अपने ज्ञात सहयोगियों को 70-30 प्रतिशत लाभ अनुपात पर “पैनल/शाखाओं” की फ्रेंचाइजी देकर संचालित होता है। जांच में कहा गया था कि सट्टेबाजी की आय को विदेशी खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर हवाला ऑपरेशन किया जाता है।