देश में लगातार बढ़ रही डीजल-पेट्रोल की कीमतों और महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ हल्लाबोला है। आज पूरे देश में कांग्रेस कार्यकर्ता पेट्रोल पंपों पर बढ़े दामों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि इस प्रदर्शन से पार्टी आलाकमान दूरी बनाए हुए हैं। इस विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी शामिल नहीं हो रहे हैं। वहीं राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट राजस्थान में विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं। इसके अलावा कई और वरिष्ठ नेता भी अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हैं।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी आक्रोश दिवस के रूप में इस प्रदर्शन को मना रही है। दिल्ली कमेटी के कार्यकर्ता हाथों में बैनर लेकर सड़कों पर पैदल मार्च निकाल रहे हैं। कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने केंद्र की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। सरकार पर जमकर निशाना साधा।
सरकार पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लें- कांग्रेस
दिल्ली में प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि जब यूपीए सत्ता में थी, तब पेट्रोल और डीजल पर टैक्स 9.20 रुपये था और अब मोदी सरकार में यह 32 रुपये हो गया। हम सरकार से पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी वापस लेने की मांग करते हैं। साथ ही पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने का आग्रह करते हैं।
महंगाई और पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने जनता की तोड़ी कमर
गौरतलब है कि 11 जून को पार्टी के तमाम बड़े नेता अलग-अलग शहरों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पार्टी ने बताया कि उनके इस अभियान के तहत देशभर में विरोध प्रदर्शन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। इनमें केंद्र सरकार की गलत नीतियों से लोगों को आज पेट्रोल डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। कांग्रेस के मुताबिक तेल की बढ़ी कीमतों और महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है।