Nawaz Sharif जेल में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में पूर्व प्रधानमंत्री Nawaz Sharif के जीवन को गंभीर खतरा है। लेकिन उनका हाल मिस्त्र के पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद मोर्सी जैसा नहीं होने दिया जाएगा। यह बात पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम ने कही है। मोर्सी मिस्त्र के लोकतांत्रिक ढंग से चुने गए पहले राष्ट्रपति थे। वह 2012 में राष्ट्रपति बने लेकिन साल भर बाद ही सेना ने तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया। इसके बाद उन्हें कैद में रखकर मुकदमा चलाया जा रहा था।
बीते सोमवार को मोर्सी की अदालत में सुनवाई के दौरान बेहोश हो जाने के बाद मौत हो गई थी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मरियम ने कहा, नवाज शरीफ की दशा स्थिर नहीं है। जेल के डॉक्टरों को भी नहीं पता है कि शरीफ को इसी सप्ताह दिल का दौरा पड़ा था। इस दौरान उन्हें कोई इलाज मुहैया नहीं कराया गया। 69 वर्षीय नवाज शरीफ अल-अजीजिया भ्रष्टाचार मामले में सात साल के कारावास की सजा काट रहे हैं। वह इस समय लाहौर की कोट लखपत जेल में हैं। मरियम ने कहा, शरीफ के पूर्व प्रधानमंत्री होने और उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने के बावजूद जेल के डॉक्टर इलाज को लेकर अनिच्छुक और लापरवाह रहते हैं। शरीफ की 80 फीसद तकलीफों का जिक्र मेडिकल रिपोर्ट में नहीं होता है। रिपोर्ट का हर शब्द जेल प्रशासन की इच्छानुसार लिखा जाता है।
मरियम ने कहा, तीन बार के प्रधानमंत्री को हम मोर्सी के हाल पर नहीं छोड़ सकते। पाकिस्तान मिस्त्र नहीं है और न ही नवाज शरीफ मुहम्मद मोर्सी हैं। मरियम ने कहा, वह अपने पिता को न्याय दिलाने के लिए किसी भी हद तक जाएंगी। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि उनके पिता का इलाज संभव नहीं है लेकिन जेल के डॉक्टर उनका इलाज करना नहीं चाहते। इसीलिए वह पिता का इलाज विदेश में कराना चाहती हैं जहां के डॉक्टर उनकी मेडिकल हिस्ट्री से अच्छी तरह से परिचित हों। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने इलाज के लिए नवाज शरीफ की जमानत अर्जी को खारिज कर दिया था।