पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है. पार्टियां एक दूसरे पर करारे वार करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं. बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने खुद की तुलना रॉयल बंगाल टाइगर से की थी, जिसपर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हमला बोलते हुए कहा कि टाइगर आदमखोर हो गया है.
दरअसल, मध्य प्रदेश के गृह मंत्री व बीजेपी के दिग्गज नेता नरोत्तम मिश्रा का बयान काफी वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा, ‘जिस मां दुर्गा के टाइगर को शोषित पीड़ित वर्ग की रक्षा करनी थी वह टाइगर आदमखोर हो गया है. 134 बीजेपी कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हो गई. लोगों की हत्याएं हो रही हैं, लूट हो रही है, बलात्कार हो रहे हैं, माफिया का राज है, व्यभिचार है, भ्रष्टाचार है, अनाचार है. यह कैसा रॉयल टाइगर है. समझ में नहीं आ रहा है.’ बताया जा रहा है कि नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को बंगाल से लौटने के बाद यह बयान दिया था.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को अपनी तुलना रॉयल बंगाल टाइगर से करते हुए कहा था कि वह कमजोर व्यक्ति नहीं हैं, जो बीजेपी से डर जाएं. बंगाल के तत्कालीन नवाब सिराजुदौला के राज्य की राजधानी मुर्शिदाबाद में रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वालों की तुलना मीर जाफर से कर दी थी. मीर जाफर सिराजुदौला की सेना का सेनापति था जो 1757 में पलासी की लड़ाई में अपने नवाब को धोखा देकर ब्रिटिश से जा मिला था.
बनर्जी ने कहा था, ‘यह सोचने की कोई वजह नहीं है कि मैं कमजोर हूं, मैं किसी से डरने वालों में से नहीं हूं. मैं मजबूत हूं और हमेशा अपना सिर ऊंचा रखती हूं. जब तक जीवित रहूंगी मैं रॉयल बंगाल टाइगर की तरह रहूंगी.’ हल्दिया में रविवार को BJP की बैठक में पश्चिम बंगाल सरकार के कर्मचारियों को वक्त पर वेतन नहीं मिलने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे को गलत बताते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया था कि केन्द्र सरकार बीएसएनएल, सेल को बेच रही है और रेलवे तथा बीमा कंपनियों का निजीकरण कर रही है.
बनर्जी ने यह भी दावा किया था कि केन्द्र सरकार ने पिछले साल राज्य में आए भीषण चक्रवातीय तूफान अम्फान से निपटने के लिए कोई सहायता नहीं दी है और नाहीं कोविड-19 महामारी से निपटने में राज्य की मदद कर रहा है. वह सिर्फ गुजरात और दिल्ली की पार्टी है जो राष्ट्रीय नागरिक पंजी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर लेकर आई है. वह राष्ट्रीय नागरिक पंजी और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने देंगी. गुजरात के लोग बंगाल पर शासन नहीं करेंगे, तृणमूल कांग्रेस बंगाल पर शासन करेगी.