पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता लगातार पार्टी का साथ छोड़कर दूसरी पार्टियों का दामन थाम रहे हैं। पार्टी अपने बागियों को नहीं रोक पा रही है। पार्टी के अंदर बगावत के सुर लगातार तेज हो रहे हैं। ऐसे में पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पार्टी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके से काफी नाराज हैं। जानकारी के अनुसार उन्होंने किशोर को स्थिति संभालने को लेकर चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो उन्हें आखिरी फैसला लेना होगा। वहीं सोमवार को किशोर ने भविष्यवाणी करके कहा है कि भाजपा राज्य में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाएगी। उन्होेंने कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे इस क्षेत्र को छोड़ देंगे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए ममता ने पीके को अल्टीमेटम दे दिया है। यदि वह स्थिति को नियंत्रित करने में असफल होते हैं तो खुद ममता आखिरी फैसला लेंगी। टीएमसी के कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी सहित कई नेताओं के पार्टी छोड़ने के बाद पार्टी अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। पार्टी में आई दरार को पाटने के लिए अब खुद ममता बनर्जी को मैदान में उतरना पड़ रहा है।
टीएमसी से बगावत करने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं में सबसे ज्यादा नाराजगी पीके और उनकी कंपनी आई पैक की वजह से आई है। नाराज नेताओं का कहना है कि ये लोग पार्टी के जनता के नहीं बल्कि कॉरपोरेट अंदाज में चलाना चाहते हैं। ये बंगाल की राजनीतिक रुचि के अनुरूप नहीं है। यही कारण है कि उनकी कार्यशैली से नाराज होकर नेता पार्टी से किनारा कर रहे हैं।
नेताओं और कार्यकर्ताओं की बढ़ती नाराजगी को भांपते हुए पिछले दिनों कालीघाट में हुई पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में ममता ने प्रशांत किशोर से जवाब-तलब किया। सूत्रों के अनुसार बैठक में ममता ने किशोर से इस मुद्दे पर नाराजगी जताते हुए उन्हें इन समस्याओं का तुरंत निदान करने का निर्देश दिया है।
ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक की सलाह पर टीएमसी ने आई पैक के साथ 400 करोड़ रुपये के कॉन्ट्रैक्ट का करार किया है। सूत्र बताते हैं कि पीके की टीम ने पार्टी को कॉरपोरेट स्टाइल में चलाना शुरू कर दिया है। आवेग और भावना की राजनीति करने वाले पार्टी नेताओं को उनका यह स्टाइल रास नहीं आ रहा है।
प्रशांत किशोर ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘समर्थक मीडिया के एक वर्ग द्वारा सभी प्रचार के लिए, वास्तव में भाजपा पश्चिम बंगाल में डबल डिजिट (दहाई आंकड़ा) के लिए भी संघर्ष करेगी। कृपया इस ट्वीट को सेव करके रखें और यदि भाजपा इससे बेहतर प्रदर्शन करती है तो मैं यह स्पेस (क्षेत्र) छोड़ दूंगा।’