इन दिनों शारदीय नवरात्रि का पर्व चल रहा हैं ऐसे में कल यानी 22 अक्टूबर को नवरात्रि का छठवां दिन है। वैसे तो आप सभी जानते ही होंगे कि नवरात्रि का छठवां दिन माँ कात्यायनी को समर्पित होता है। जी दरअसल कात्यायनी माँ का पूजन बहुत ही धूम धाम से किया जाता हैं कहते हैं वह उन लोगों का विवाह करवा देती हैं जिनका विवाह नहीं हो रहा होता है। जी हाँ, कुंवारे लोग अगर उनकी पूजा करें तो इससे वह खुश होकर सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं माँ कात्यायनी की पूजा से किस तरह की मनोकामना पूरी होती है?
* – कहते हैं कन्याओं के शीघ्र विवाह के लिए इनकी पूजा, अर्चना, आराधना और मंत्र उपासना करना चाहिए क्योंकि इससे शुभ फल मिलते हैं।
* – कहा जाता है जिन्हे मनचाहे विवाह करना हो या प्रेम विवाह करना हो तो उसके लिए भी इनके विशेष मंत्रों से मां की उपासना कर सकते हैं।
* – कहा जाता है सुंदर और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए भी इनकी पूजा की जाए तो वह फलदायी होती है।
* – कहते हैं अगर कुंडली में विवाह के योग क्षीण हों लेकिन माँ कात्यायनी का पूजन किया जाए तो भी विवाह हो जाता है।
* – मंत्र इस प्रकार है : “कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी। नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।”
इस मंत्र के जप से आप माँ कात्यायनी को खुश कर सकते हैं और अपने विवाह पर आ रहे संकट को दूर कर सकते हैं।