मध्य प्रदेश में मानसून की विदाई के बाद भी हल्की बारिश का अनुमान

मध्य प्रदेश में एक ओर जहां मानसून आधिकारिक रूप से विदा हो चुका है, वहीं दूसरी ओर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में हल्की बारिश का सिलसिला अब भी बना हुआ है। मंगलवार को कुछ इलाकों में बूंदाबांदी दर्ज की गई। मौसम विभाग ने आगामी तीन दिनों -15, 16 और 17 अक्टूबर के दौरान गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई है। राज्य के इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के लगभग 10 जिलों में बारिश का असर देखने को मिल सकता है। इसके विपरीत भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन और आसपास के क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा और धूप तेज बनी रहेगी।

रात का पारा गिरा, हवा की दिशा बनी वजह

मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी के कारण उत्तर दिशा से ठंडी हवाएं मध्यप्रदेश की ओर बह रही हैं। इसका असर प्रदेश के तापमान पर साफ दिख रहा है। सोमवार और मंगलवार की दरम्यानी रात को कई शहरों में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से नीचे चला गया।

प्रमुख शहरों में न्यूनतम तापमान

भोपाल: 16°C

इंदौर: 17.2°C

ग्वालियर: 18.2°C

उज्जैन: 18.8°C

जबलपुर: 19.6°C

खंडवा: 15°C

राजगढ़: 14.4°C

नौगांव: 15.1°C

गुना टॉप पर, शाजापुर सबसे पीछे

इस मानसून सीजन में गुना जिले में सबसे अधिक 65.6 इंच बारिश दर्ज की गई। इसके बाद मंडला और रायसेन में 62 इंच से ज्यादा वर्षा हुई। वहीं, सबसे कम बारिश शाजापुर (28.9 इंच) में हुई, जो अब भी सामान्य से काफी नीचे है।

कम बारिश वाले जिले

शाजापुर: 28.9 इंच

खरगोन: 29.6 इंच

खंडवा: 32 इंच

बड़वानी: 33.5 इंच

धार: 33.6 इंच

ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग में रिकॉर्ड वर्षा

पूर्वी मध्य प्रदेश यानी जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में इस बार मानसून काफी सक्रिय रहा। यहां कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने। वहीं ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के सभी 8 जिलों- ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। इंदौर संभाग की शुरुआत कमजोर रही थी। सितंबर में हुई अच्छी बारिश से हालात कुछ सुधरे और इंदौर में सामान्य बारिश का आंकड़ा छू लिया गया। हालांकि उज्जैन जिले में अब भी कोटा पूरा नहीं हुआ है।

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