घरौंडा के गांव कालरों के पास भट्टे पर कार्य करने वाले मजदूरों को बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है। मजदूरों का आरोप है कि भट्टे पर कार्यरत ठेकेदार द्वारा उनका अपहरण कर किसी दूसरे स्थान पर लेकर जाया जा रहा था, तो रास्ते में ग्रामीणों की मदद से उन्हें मुक्त कराया गया। मामले की सूचना पुलिस को दे दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मजदूरों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरु कर दी है।
जानकारी के मुताबिक गांव कलरों के समीप गणेश भट्ठा कंपनी पर कुछ प्रवासी मजदूर पिछले काफी समय से मजदूरी का कार्य करते हैं। मजदूरों ने बताया कि उन्होंने भट्टे के ठेकेदार से अपनी मजदूरी मांगी तो उन्होंने मजदूरी न देकर उनके साथ मारपीट की। वीरवार की देर शाम करीब 8:00 बजे भट्टे के ठेकेदार के आदमियों द्वारा इन मजदूरों को जिसमें दो महिलाएं भी शामिल थी। उनको ट्रैक्टर के जरिए किसी अन्य स्थान पर ले जाया जा रहा था, तो जैसे ही यह ट्रैक्टर गांव अराइनपुरा के चौक पर पहुंचा तो ट्रैक्टर में से कुछ मजदूरों ने चलते ट्रैक्टर से नीचे कूदने की कोशिश की तो ठेकेदार के आदमियों ने इन मजदूरों के साथ फिर मारपीट शुरू कर दी। जिसको लेकर आसपास के ग्रामीण एकत्रित हो गए और मौके पर काफी हंगामा खड़ा हो गया।
भट्टे पर कार्यरत मजदूरों ने बताया कि वह पिछले काफी समय से गणेश भट्टे पर कार्य करते हैं। मजदूरी मांगने पर भट्टे के ठेकेदार द्वारा उनको पीटा जाता है और आज उनमें से करीब एक दर्जन मजदूरों का अपहरण कर गांव अराइनपुरा के रास्ते से कहीं ले जाया जा रहा था तो रास्ते में उनमें से कुछ मजदूरों ने ट्रैक्टर से कूदने की कोशिश की जिसको लेकर उनके व महिलाओं के साथ फिर मारपीट की गई। ग्रामीणों की मदद से उन्हें छुड़ाया गया। श्रमिकों ने बताया कि पैसे ना देने को लेकर उन्होंने लेबर कोर्ट में केस किया हुआ है।जिसको लेकर आज कोई लेबर अधिकारी भट्टे पर आया था लेकिन भट्ठा मलिक व ठेकेदार ने उन्हें लेबर अधिकारी से मिलने तक नहीं दिया। इतना ही नहीं भट्टे के ठेकेदार द्वारा आज फिर उन्हें धमकाया गया। और देर शाम को उनका अपहरण कर उन्हें कहीं अन्य स्थान पर ले जाया जा रहा था। ग्रामीणों की मदद से आज वह मुक्त हो पाए हैं।
वहीं मजदूरों का आरोप है कि घरौंडा थाने में भी एक घंटे तक उनकी किसी प्रकार से कोई सुनवाई नहीं की गई और उन्हें बाहर कड़कड़ाती ठंड में बैठने के लिए कहा गया। करीब एक घंटे के बाद अचानक ही थाने में डीएसपी के पहुंचने के बाद मजदूरों ने पूरी बात डीएसपी को सुनाई। शिकायत सुनते ही पूरे थाने में भगदड़ मच गई और सभी मजदूरों को थाने के अंदर ले जाया गया।वहां मजदूरों से शिकायत ली गई।