बोकारो स्टील की हॉट स्ट्रिप मिल में ट्रांसफार्मर लगाने के दौरान हुई लापरवाही के कारण नाइट्रोजन गैस का रिसाव हो गया। इसके चलते महाप्रबंधक वी नारायण के अलावा एक कर्मचारी तथा एक ठेका श्रमिक बेहोश हो गए। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झांसी से आए विद्युत ट्रांसफार्मर को लगाने के दौरान इसमें कंपनी की ओर से भरी गई नाइट्रोजन गैस को पूरी तरह खाली नहीं किया गया। जबकि गैस को खाली कर उसमें तेल भरना चाहिए था।
तेल डाले बिना ही ट्रांसफार्मर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी, ताकि जल्द इसे चालू किया जा सके। लेकिन इसी दौरान ट्रांसफॉर्मर से गैस रिसाव होने लगी। इसकी चपेट में आकर वी नारायण और दो मजदूर बेहोश हो गए।
चूंकि ट्रांसफार्मर में नाइट्रोजन गैस थी इसलिए बड़ा हादसा नहीं हुआ, यदि दूसरी कोई जहरीली गैस होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। अधिकारी फिलहाल इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे है।
बता दें कि आवाजाही के दौरान ट्रांसफॉर्मर में नाइट्रोजन गैस भरी जाती है ताकि वो खराब ना हो और उसमें कोई खराबी ना हो। इसके बाद इसे लगाने से पहले वो नाइट्रोजन गैस पूरी तरह खाली करने के बाद उसमें तेल भरा जाता है।
पर यहां जल्दबाजी में इस बात का ध्यान नहीं रखा गया और हादसा हो गया। फिलहाल तीनों लोगों का इलाज जारी है और डॉक्टरों ने तीनों की स्थिति स्थिर बताई है।
इधर बोकारो स्टील प्लांट से जुड़े क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ ने प्लांट प्रबंधन पर लगातार लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। संघ के महामंत्री राजेंद्र सिंह ने कहा कि नाइट्रोजन गैस थी इसलिए बड़ा हादसा नहीं हुआ।
प्रबंधन सुरक्षा के मुद्दे पर लगातार लापरवाही करता रहा है। प्रबंधन को सुरक्षा मानकों का ध्यान रखकर कर्मचारियों से काम कराना चाहिए ताकि ऐसे हादसे ना हो।