आपसी भाईचारे की इससे बड़ी मिसाल और क्या हो सकती है कि एक घटना में पीटकर मार डाले गए एक मुस्लिम युवक के शोक में केरल के तिरुवनन्तपुरम जिले के पुथेन्नड में स्थित शिव मंदिर में दो दिन तक पूजा नहीं हुई।
मंदिर में रोजाना पांच बार पूजा होती है। इसी सप्ताह सोमवार और मंगलवार को मंदिर के पदाधिकारियों ने शोक में न तो शंक ध्वनि की और न ही घंटी बजाई।
जानकारी के अनुसार पिछले साल के एक विवाद के चलते गत रविवार को 23 वर्षीय एम वी शब्बीर को चार लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला था। शब्बीर शिव मंदिर पर होने वाले वार्षिक उत्सव के लिए गठित कार्यकारिणी समिति का सदस्य था।
कार्यकारिणी के एक अन्य सदस्य एन उन्नी का कहना है कि हमने कभी शब्बीर के बारे में यह सोचा भी नहीं कि वह कार्यकारणी का मुस्लिम सदस्य है। वह मंदिर कमेटी का सक्रिय सदस्य था।
वार्षिक उत्सव के आयोजकों ने शब्बीर की याद में 9 फरवरी से शुरू होने वाले आनन्दनम कार्यक्रम और परम्परागत रूप से निकाले जाने वाले जुलूस को भी न निकालने का निश्चय किया है।