इंडोनेशिया में पिछले तीन दिनों में भूकंप के कई झटके महसूस किए गए है। इंडोनेशियाई अधिकारियों में बताया कि मंगलवार को बाली, लोम्बोक और पूर्वी जावा में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप की वजह से कई घरों और मंदिरों को नुकसान पहुंचा है। भूकंप में सुनामी पैदा करने की क्षमता नहीं थी।
इससे पहले रविवार को जकार्ता में 7.3 की तीव्रता वाला भूकंप आया था। मलबे में दबने की वजह से एक महिला की मौत हो गई, जबकि लगभग 160 घरों को नुकसान पहुंचा था। भूकंप के बाद आने वाले झटकों की वजह से लोग अभी भी अपने घरों में लौटने को तैयार नहीं हैं। इंडोनेशियाई मौसम विभाग के बताया कि भूकंप के बाद से अबतक लगभग 52 बार भूकंप के आफ्टरशॉक्स महसूस किया गया है।
इंडोनेशिया 260 मिलियन से अधिक लोगों का घर है। रिंग ऑफ फायर के उपर होने की वजह से इंडोनेशिया में लगातार भूकंप आते रहते हैं। रिंग ऑफ फायर उस जगह को कहते हैं जहां टेक्टोनिक प्लेट आपस में टकराती हैं।
26 दिसंबर 2004 को सुमात्रा के तट पर 9.1 की तीव्रता वाले विनाशकारी भूकंप की वजह से सुनामी आई थी। सुनामी की वजह से हिंद महासागर क्षेत्र में 2 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे। अकेले इंडोनेशिया में लगभग 1 लाख 70 हजार लोगों की मौत हो गई थी।