गुलाब खिलते रहे जिंदगी की राह में, हंसी चमकती रहे आपकी निगाह में, खुशी की लहर मिले हर कदम पर आपको, देता है ये दिल दुआ बार बार आपको… गुड मॉर्निंग… ये लाइनें भले आपको पसंद नहीं आई हो, लेकिन ऐसे कितने ही मैसेज आपके फोन में कई बार जरूर आए होंगे. और ऐसे ही मैसेज अमेरिका में मौजूद कई सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को चिंता में डाल दिया है. गूगल ने बाकायदा इस पर रिसर्च किया है.
बात ये है कि भारत में गुड मॉर्निंग के मैसेज इतने अधिक भेजे जा रहे हैं कि हर तीन में से एक स्मार्टफोन हर दिन ऑउट ऑफ स्पेस हो जा रहा है. अमेरिका में हर दिन सिर्फ 10 में एक स्मार्टफोन ही आउट ऑफ स्पेस होते हैं.
किसी पर चिड़िया की फोटो, किसी पर फूल की तो किसी पर किसी बच्चे की फोटो या फिर किसी देवी-देवता की पिक्चर. हर सुबह भारत के हजारों लोग अपने मोबाइल स्क्रीन पर सबसे पहले ऐसे ही मैसेज देखते हैं. कई लोग तो सुबह 6 बजे से ही ऐसे मैसेज भेजने लगते हैं. इसमें नए-नए स्मार्टफोन यूज करने वाले सीनियर सीजिटेन भी शामिल हैं.
5 साल में 10 गुना बढ़ी सर्च
ऐसी फोटो हासिल करने के लिए लोग गूगल सर्च पर गुड मॉर्निंग की फोटो सर्च करते हैं. एक रिपोर्ट कहती है कि 5 साल में ऐसी फोटो सर्च करने वालों की संख्या 10 गुनी बढ़ गई है.. फोटो की एक साइट पिंटरेस्ट ने इसके लिए बाकायदा एक सेक्शन बना दिया है.
भारत में स्मार्टफोन और डाटा प्लान्स दोनों सस्ते हो गए हैं और इस वजह से काफी संख्या में लोग पहली बार इंटरनेट पर आए हैं. वाल स्ट्रीट जर्नल ने एक रिपोर्ट छापी है जो कहती है कि भारत में लोग बड़े-बड़े सर्किल बनाते हैं. जैसे स्कूल वाले दोस्त, ऑफिस वाले दोस्त, रिश्तेदार और कुछ अन्य करीबी दोस्त . इसी वजह से यहां की शादियों में भी सैकड़ों की संख्या में लोगों को बुलाया जाता है. और अब स्मार्टफोन इसी टेंडेंसी को बनाए रखने में लोगों की मदद कर रहा है.
कई लोग इस मैसेज से इतने परेशान होते हैं कि कई व्हाट्सएप ग्रुप को छोड़ देते हैं तो कई ऐसी तस्वीरों को बिना डाउनलोड किए ही डिलीट कर देते हैं. जबकि कई नोटिफिकेशन ऑफ करके रखते हैं. सस्ते स्मार्टफोन में स्पेस कम होता है और अक्सर ऐसे मैसेज उन्हें भर देते हैं. तो गूगल ने इसका सॉल्यूशन निकालने के लिए फाइल्स गो नाम से एक ऐप भी लॉन्च किया था. इस ऐप से हर दिन लोग एक जीबी औसत डाटा डिलिट कर रहे हैं. इस ऐप में आसानी से गु़ड मॉर्निंग के मैसेज आप डिलीट कर सकते हैं.