मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में नई जर्सी में नजर आई। भारतीय टीम के खिलाड़ियों को उस जर्सी में देखा गया, जो जर्सी भारतीय टीम को कभी रास नहीं आई है। हालांकि, कसूर सिर्फ जर्सी का नहीं है, क्योंकि खिलाड़ियों ने वैसा प्रदर्शन नहीं किया, जिससे की टीम को जीत मिल जाती।
दरअसल, भारतीय खिलाड़ी गहरे नीले रंग की जर्सी में नजर आए। गहरे नीले रंग की जर्सी टीम इंडिया को कभी रास नहीं आई है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि जब-जब भारतीय टीम ने इस जर्सी का इस्तेमाल किया है तो टीम को निराशा ही साथ लगी है। यहां तक कि साल 1992 में इस तरह की जर्सी को पहनने वाले भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने तो इस जर्सी को लेकर मजाक में ये तक दिया था कि रेट्रो जर्सी में भारत की फील्डिंग भी रेट्रो नजर आई।
आपको बता दें, सबसे पहले भारतीय टीम ने इस जर्सी को ऑस्ट्रेलिया में हुए 1992 विश्व कप में पहना था और वो विश्व कप भारतीय टीम की बुरी याद के तौर पर देखा जाता है। उस विश्व कप में भारतीय टीम ने इसी रंग की जर्सी पहनी थी और बहुत ही खराब प्रदर्शन किया थी। उस वर्ल्ड कप में भारत ने आठ मैच खेले थे और सिर्फ दो मैच ही टीम जीत सकती थी। अब भारतीय टीम हूबहू इसी रंग की जर्सी पहनकर मैदान में उतरी और पूरी तरह से बेरंग नजर आई।
भारतीय टीम इस वनडे सीरीज में कम से कम इसी जर्सी में नजर आएगी। 0-1 से पिछड़ चुकी भारतीय टीम से उम्मीद होगी कि इस जर्सी पर लगे इस कलंक को धुला जाए। ऐसे में ये देखने वाली बात होगी कि इस जर्सी में भारतीय टीम का प्रदर्शन कैसा होगा। इसके बाद भारत को तीन मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है, जिसमें भारतीय टीम अपनी परंपरागत हल्के नीले रंग की जर्सी में नजर आएगी।