देश में कोरोना वायरस वैक्सीन के प्रभावी आंकड़ों की भारतीय डॉक्टरों व राजनीतिज्ञों ने प्रशंसा की है। जनवरी में इमरजेंसी अप्रूवल दिए गए वैक्सीन के लिए प्रभावी आंकड़ों को देखते हुए उनकी ओर से गुरुवार को कहा गया कि इससे लोगों में वैक्सीन को स्वीकार करने की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलेगा। दरअसल इस वैक्सीन के अंतिम चरण का ट्रायल पूरा नहीं हुआ था जिसके कारण लोगों के मन में हिचक बनी हुई है।
सरकारी आंकड़े https://dashboard.cowin.gov.in पर है जिसके अनुसार देश की कुल जनसंख्या 12.6 मिलियन का मात्र 10 फीसद हिस्सा ही इम्यून हुआ है जिसने कोवैक्सीन की खुराक ली है। बता दें कि अंतिम चरण के ट्रायल में इस वैक्सीन को 81 फीसद प्रभावी बताया गया। यह जानकारी बुधवार को वैक्सीन विकसित करने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने दी। विपक्ष के सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने भारत बायोटेक के ऐलान का स्वागत किया है।