WhatsApp पर आजकल एक फेक मेसेज तेजी से सर्कुलेट हो रहा है। इस फर्जी मेसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत सरकार 10 करोड़ यूजर्स को फ्री इंटरनेट सर्विस ऑफर कर रही है, ताकि बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई में बाधा न आए। इस फेक मेसेज के वायरल होते ही PIB (प्रेस इन्फर्मेशन ब्यूरो) को हरकत में आना पड़ा। PIB ने यूजर्स को इस फर्जी वॉट्सऐप मेसेज से अलर्ट करने के लिए एक ट्वीट किया। ट्वीट में PIB ने कहा कि भारत सरकार की तरफ से किसी प्रकार की कोई भी फ्री इंटरनेट स्कीम को लॉन्च नहीं किया गया है।
निशाने पर जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया के यूजर
फेक मेसेज में कहा जा रहा है कि सरकार बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए तीन महीने तक फ्री इंटरनेट ऑफर कर रही है। इस फर्जी मेसेज के मुताबिक सरकार की यह स्कीम एयरटेल, जियो और वोडाफोन-आइडिया के सब्सक्राइबर्स के लिए ही उपलब्ध है। मेसेज में यूजर्स को इस ऑफर का जल्द-जल्द फायदा उठाने के लिए कहा जा रहा है क्योंकि इसकी आखिरी तारीख 29 जून 2021 है।
फर्जी वेबसाइट के जरिए हो रहा खेल
फ्री इंटरनेट का लालच आपके लिए महंगा साबित साबित हो सकता है। ऐसा न हो इसके लिए इस फर्जी वॉट्सऐप मेसेज में दिए गए लिंक पर गलती से भी क्लिक न करें। जालसाजों ने यूजर्स के साथ फ्रॉड करने के लिए बड़े शातिर ढंग से एक फर्जी वेबसाइट तैयार की है। वॉट्सऐप मेसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करते ही यूजर्स को इस फर्जी वेबसाइट पर रीडायरेक्ट कर दिया जाता है। वेबसाइट और फ्री इंटरनेट स्कीम असली लगे इसके लिए जालसाजों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर का भी इस्तेमाल किया है।
प्लान चुनने के लिए एंटर करना होगा मोबाइल नंबर
तीन महीने फ्री इंटरनेट के लिए फेक मेसेज में दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बाद जो वेबसाइट आती है, उसमें यूजर्स से उनका नेटवर्क ऑपरेटर (जियो, एयरटेल या वोडा) सिलेक्ट करने के लिए कहा जाता है। नेटवर्क सिलेक्ट करने के बाद यूजर्स से मोबाइल नंबर, उनका राज्य और इंटरनेट प्लान चुनने के लिए कहा जाता है।
10 लोगों के साथ वॉट्सऐप पर शेयर करना होगा ऐड
सारी डीटेल एंटर करने के बाद वेबसाइट पर मुकेश अंबानी का बैनर दिखेगा। फ्री इंटरनेट ऑफर को क्लेम करने के लिए वेबसाइट इस जियो ऐड को वॉट्सऐप के जरिए 10 लोगों के साथ शेयर करने के लिए कहती है। इसके बाद रजिस्ट्रेशन कन्फर्म करने के लिए यूजर्स को दूसरे पेज पर ले जाया जाता है। कन्फर्म रजिस्ट्रेशन लिंक पर क्लिक करते ही आपको एक फेक सॉफ्टवेयर का डाउनलोड लिंक दिखेगा, जो एक मैलवेयर या कोई वायरस हो सकता है।
रहें सतर्क, करें सतर्क
फेक मेसेज और फर्जी वेबसाइट को हथियार बनाकर जालसाज यूजर्स के डिवाइस में खतरनाक मैलवेयर या वायरस वाले सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करके डेटा की चोरी कर सकते हैं। ऐसे में बेहतर यही होगा कि आप ऐसे फेक वॉट्सऐप मेसेज से सावधान रहें और अगर कोई आपको ऐसा मेसेज फॉरवर्ड करता है तो उसे भी इस फ्रॉड से सतर्क रहने की सलाह दें।