कोरोना महामारी के खिलाफ चौतरफा जंग का असर स्पष्ट नजर आ रहा है। देश में इस संक्रमण के चलते मृत्युदर में लगातार गिरावट आ रही है और वर्तमान में यह 1.93 फीसद पर आ गई है। भारत कोरोना से सबसे कम मृत्युदर वाले देशों में एक है। हालांकि, संक्रमण तेजी से फैल भी रहा है और 63 हजार से अधिक नए मामलों के साथ कुल संक्रमितों का आंकड़ा 26 लाख के करीब पहुंच गया है। इस महामारी से मरने वालों की संख्या भी 50 हजार से कुछ ही कम रह गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रविवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान 63,490 नए मामले सामने आए हैं और संक्रमितों की संख्या 25 लाख 89 हजार 682 हो गई है। इस दौरान 53,322 मरीज ठीक भी हुए हैं और स्वस्थ हुए लोगों का आंकड़ा भी 18 लाख 62 हजार 258 पर पहुंच गया है। सक्रिय मामले छह लाख 77 हजार 444 रह गए हैं। वहीं, अब तक 49,980 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
भारत में 156 दिन में 50 हजार मौतें
मंत्रालय के मुताबिक अमेरिका में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 50 हजार पहुंचने में 23 दिन लगे, ब्राजील में 95 दिन लगे, मेक्सिको में 141 दिन और भारत में 156 दिन। भारत में मृत्युदर 1.93 फीसद है, जो वैश्विक औसत से भी कम है। कोरोना से अमेरिका में मृत्युदर 3.19 फीसद, ब्राजील में 3.33 फीसद, मेक्सिको में 10.89 प्रतिशत और ब्रिटेन में 14.98 फीसद है। भारत में मरीजों के स्वस्थ होने की दर करीब 72 फीसद हो गई है।
अब तक 2.93 करोड़ नमूनों की जांच
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए सोमवार को कुल सात लाख 46 हजार 608 नमूनों की जांच की गई। इनको मिलाकर अब तक दो करोड़ 93 लाख नौ हजार 703 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। वर्तमान में 1,469 प्रयोगशालाओं में कोरोना की जांच की जा रही है। इसमें 969 सरकारी और 500 निजी प्रयोगशालाएं हैं।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक मौतें
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 944 लोगों की जान गई है। इसमें सबसे अधिक महाराष्ट्र में 322, तमिलनाडु में 127, कर्नाटक में 114, कर्नाटक में 87, बंगाल और उत्तर प्रदेश में 58-58, पंजाब में 40 और गुजरात में 19 मौतें शामिल हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 19,749, तमिलनाडु में 5,641, दिल्ली में 4,188, कर्नाटक में 3,831 और गुजरात में 2,562 लोगों की अब तक जान जा चुकी है।
गंभीर रोगों के चलते 70 फीसद मौतें
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण के चलते मरने वालों में 70 फीसद से अधिक वैसे लोग हैं, जो पहले से ही गंभीर बीमारियों से पीडि़त थे।