उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गीडा के सेक्टर-13 में स्थित उद्योग भवन के लोकार्पण समारोह में कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले तीन वर्षों में प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने का प्रयास किया है। इसके लिए उद्यमियों को जो मूलभूत सुविधाएं मिलनी चाहिए, उसके लिए प्रयत्न किया और सफल रही। इसीलिए भाजपा सरकार के शासनकाल में उद्योग क्षेत्र में बड़ा विकास हुआ है, जिससे लाखों युवाओं को रोजगार मिला है।
उद्यमियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि परंपरागत उद्योग बड़े निवेश का आधार हैं। एक जनपद, एक उत्पाद (ओडीओपी) के माध्यम से इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। इसी क्रम में सरकार की ओर से हस्तकला उद्योग को भी बढ़ावा दिया जाएगा। यदि उद्यमियों को कोई समस्या होती है तो उसके समाधान के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज ने गीडा के विकास में भरपूर सहयोग किया है। नए उद्योग लगाने को गीडा क्षेत्र के विकास के लिए प्रदेश सरकार सभी सुविधाएं मुहैया कराने की व्यवस्था कर रही है। अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि उद्यमियों व बैंक के बीच समन्वय स्थापित किया जाए, ताकि उद्यमियों की समस्याओं को सहज ढंग से निस्तारित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास को गति देने के लिए सभी को मिलकर सकारात्मक भूमिका के साथ आगे आना होगा। देश और प्रदेश के अंदर औद्योगिक वातावरण बना है। अच्छे प्रयास से ही विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश में सुरक्षा, सुविधा का वातावरण सृजित है, जिसके कारण बड़े पैमाने पर निवेश हुआ है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में टेराकोटा की शुरुआत एक गांव से हुई थी, लेकिन आज इसका विस्तार हो रहा है। हाल ही में लखनऊ में आयोजित प्रदर्शनी में टेराकोटा शिल्पकारों ने काफी अच्छा मुनाफा कमाया। एक शिल्पकार ने सिर्फ तीन दिनों में आठ लाख से अधिक के उत्पाद बेचे। लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां दीपावली में खूब बनीं और बिकी हैं।
विधायक शीतल पांडेय ने पत्र द्वारा सीएम से कालेसर जीरो प्वाइंट से डोहरिया कला शहीद स्मारक बाईपास बनाने, गीडा व सहजनवां को शहर से जोड़ने के लिए राप्ती नदी पर एक पुल निर्माण कर बाईपास बनाने की मांग की। इस अवसर पर मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने बताया कि उद्योगों के विकास के लिए गोरखपुर में 300 एकड़ भूमि भीटी रावत में प्रस्तावित है। उद्यमियों की समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण किया जा रहा है। चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अजीत सरिया ने स्वागत संबोधन में कहा कि पूर्वांचल में औद्योगिक विकास के लिए चेंबर ऑफ इंडस्ट्रीज समर्पित है। मुख्यमंत्री के निर्देशन में प्रदेश में औद्योगिक वातावरण का सृजन हुआ है। संचालन उद्योगपति एसके अग्रवाल ने किया। इस मौके पर विधायक शीतल पांडेय, क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, डीएम के विजयेंद्र पांडियन, गीडा सीईओ संजीव रंजन, आजम खान, रमा शंकर शुक्ला, मनोज जायसवाल, हरेंद्र जायसवाल, सनूप साहू, अमरदीप गोयल, आकाश जालान, अमर तुलस्यान आदि मौजूद रहे।
उद्यमियों को हिदायत देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए उद्यमी शार्टकट न अपनाएं। उद्योग विभाग से जुड़े जिम्मेदार भी निवेश करने वाले उद्यमियों को बेवजह नहीं दौड़ाएं। कहीं कोई दिक्कत है तो मामला शासन को भेजें। शासन से कार्रवाई होगी। इससे कोई बच नहीं सकेगा। भविष्य में गलत तरीके से लाभ लेने का मामला उजागर होता है तो शासन की कार्रवाई इनके लिए गले की फांस बनेगी। पूरे प्रदेश में पारदर्शी व्यवस्था है। इसी का नतीजा है कि ईज ऑफ डूइंग में 12 पायदान की छलांग लगाकर प्रदेश देश में दूसरे स्थान पर आया है। वहीं, गीडा प्रशासन से कहा कि औद्योगिक भूमि का आवंटन पूरी तरह से ऑनलाइन किया जाए, जिससे भूमि आवंटन के लिए किसी को किसी से पैरवी कराने की आवश्यकता न पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली, पानी, सड़क और सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है। उद्यमियों के साथ ही तकनीकी रूप से दक्ष कारीगरों को बेहतर माहौल दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार निवेशकों में विश्वास बनाने में कामयाब रही है। उद्योगपतियों को सुरक्षा और बेहतर माहौल मिल रहा है। प्रदेश सरकार लोकल के लिए वोकल हुई है। औद्योगिक विकास के लिए रोड कनेक्टिविटी अहम है। कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू करने जा रहे हैं। जेवर में एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन रहा है। अयोध्या, मेरठ, सहारनपुर समेत 14 जिलों में एयरपोर्ट प्रस्तावित है। जलमार्ग वाराणसी और हल्दिया के बीच शुरू हो चुका है। योगी ने कहा कि एक्सप्रेस वे का जाल प्रदेश में बिछाया जा रहा है। यह प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनने जा रहा है। एक्सप्रेस वे को ध्यान में रखकर कलस्टर बना रहे हैं। गीडा 1000 एकड़ भूमि का अधिग्रहण का रहा है। अधिकारियों को निर्देश है कि भूमि आवंटित करने की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन कर दें।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते तीन लाख करोड़ से अधिक का निवेश तीन सालों में हुआ है। बैंकों से ऋण मुहैया कराकर 20 लाख युवाओं को नौकरी की संभावना से जोड़ा। यूपी की प्रति व्यक्ति आय आजादी के समय देश से दोगुनी थी। एक समय ऐसा आया जब यह देश की आय की एक तिहाई हो गई। एक बार फिर विश्वास बहाली से सुधार और निवेश की संभावना बढ़ी है। उन्होंने कहा कि गीडा में टेक्सटाइल पार्क आ चुका था। वह यहां के उद्यमियों के हवाले था। फूड प्रोसेसिंग पार्क भी पास करा चुके हैं। देखना होगा कि इसके अमली जामा नहीं पहनने पर कहां चूक हुई।