आंदोलन खत्म कराने और भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी को लेकर मंच पर सुलह की बात चल रही थी। प्रशासन की तरफ से एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह, एडिशनल एसपी ज्ञानेंद्र सिंह व अन्य अधिकारी बातचीत कर रहे थे। लगभग इस बात पर सहमति बनती नजर आ रही थी कि राकेश टिकैत अपनी गिरफ्तारी दे देंगे और आंदोलन स्थल से धरना खत्म हो जाएगा। इस बीच अचानक से लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के पहुंचने की सूचना मिलते ही सारे समीकरण बदल गए।
शाम को एडीएम सिटी धारा-133 के तहत नोटिस लेकर मंच पर पहुंचे। उसके बाद मंच पर पीछे ही राकेश टिकैत व अन्य किसान नेताओं की प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वार्ता शुरू हो गई। बताया गया कि वार्ता सही दिशा में चल रही थी और राकेश टिकैत गिरफ्तारी देखकर आंदोलन स्थल को खाली कराने पर लगभग सहमत हो चले थे।
इसी बीच कुछ किसानों ने राकेश टिकैत को मंच पर पहुंच कर सूचना दी कि भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर अपने साथ 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को लेकर घुस आए हैं। जानकारी मिलते ही राकेश टिकैत ने वार्ता बीच में छोड़ दी और मंच पर खड़े हो गए।
माइक संभालते ही उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ साजिश रची जा रही है। मुझे यहां से गिरफ्तार कर लिया जाएगा और मेरे साथ आए किसानों को पिटवाया जाएगा।