भाजपा द्वारा कांग्रेस विधायक दल में सेंध लगाने के बाद आधी रात तक मुख्यमंत्री निवास में पलटवार की तैयारी चलती रही। भाजपा के विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल और संजय पाठक देर रात मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। तीनों विधायकों को पर्यटन मंत्री सुरेन्द्रसिंह बघेल हनी मुख्यमंत्री निवास लेकर पहुंचे थे। लगभग एक घंटे की बातचीत के बाद जब मैहर विधायक त्रिपाठी बाहर निकले तो उन्होंने इस खबर को गलत बताया कि उन्होंने इस्तीफा दिया। उनका कहना था कि वह अपने क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने आए थे। जब उनसे पूछा गया कि आप किसके साथ है उन्होंने कहा कि वे उसके साथ है जो वसुधैव कुटुम्बकम की बात करता हो। आप समझ लीजिए मैं किसके साथ हूं। पहले यह चर्चा थी कि नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने इस्तीफा दे दिया।
सूत्र बताते हैं कि सीएम हाउस में विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री निवास से विधायक नारायण त्रिपाठी के निकलने के आधे घंटे बाद भाजपा विधायक संजय पाठक निकले। पाठक भी लगभग डेढ़ घंटे से ज्यादा समय तक सीएम हाऊस में रहे। कयास लगाए जा रहे हैं कि पाठक पर भी इस्तीफे के लिए दबाव डाला गया।
सिंधिया की उपेक्षा होगी उस दिन आएगा संकट : श्रम मंत्री
सिंधिया समर्थक कमलनाथ सरकार के श्रम मंत्री महेंद्रसिंह सिसौदिया ने कहा कि सरकार पर असली संकट तब आएगा जब हमारे नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपेक्षा या अनादर होगा। उन्होंने कहा कि उस दिन जो काला बादल छाएगा वो क्या कर जाएगा, मैं भी नहीं बता सकता। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार पर फिलहाल कोई संकट नहीं है।