दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 (Delhi Assembly Election 2020) से पहले मॉडल टाउन सीट से भाजपा उम्मीदवार कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) लगातार विवादों में घिरे हुए हैं. ‘शाहीन बाग जैसे मिनी पाकिस्तान’ वाले बयान पर अपने ऊपर एफआईआर दर्ज होने के बाद कपिल ने कांग्रेस और AAP पर सीधा निशाना साधा है और इस कानूनी कार्रवाई के लिए दोनों पार्टियों को जिम्मेदार ठहराया है.
भाजपा उम्मीदवार कपिल मिश्रा ने अपने ऊपर हुई FIR पर कहा कि कांग्रेस और AAP ज़मीन पर लड़ाई नहीं लड़ पा रहे हैं, इसलिए वो चुनाव आयोग में, पुलिस थानों में, कोर्ट में, कचहरी में, कागज़ों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. मैंने भारत के संविधान के किसी भी प्रावधान का उल्लंघन नहीं किया है. सत्य बोला है.
उन्होंने कहा कि ‘ये जो चर्चा है वो दिल्ली की आवाज़ है. AAP ने 5 साल कोई काम नहीं किया, इसलिए ठीक चुनाव से पहले उन्होंने शाहीन बाग बना दिया और मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति शुरू कर दी. कांग्रेस और AAP एक ही वोट बैंक के पीछे भाग रहे हैं, बाकि दिल्ली भेड़-बकरी है क्या? उसे आप हांकते चले जाओगे’.
भाजपा उम्मीदवार कपिल मिश्रा ने कहा कि मेरे ऊपर जिस तरह से FIR हुई है एक तरह की ज्यादती है, क्योंकि दंगा करने वाले खुला घूम रहे हैं. बस जलाने वाले खुला घूम रहे हैं. भड़काऊ भाषण देने वाले खुला घूम रहे हैं. पुलिस पर पत्थर मारने वाले खुला घूम रहे हैं और हमने एक ट्वीट कर दी तो आप FIR कर रहे हैं.
दरअसल, दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने दिल्ली पुलिस को कपिल मिश्रा के खिलाफ FIR दर्ज करने का निर्देश दिया था. इससे पहले चुनाव आयोग ने गुरुवार को कपिल मिश्रा को नोटिस भेजा था. कपिल मिश्रा को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने को लेकर नोटिस मिला था. कपिल मिश्रा के इस बयान पर विपक्षी पार्टियों ने आपत्ति जताई थी और चुनाव आयोग में शिकायत की थी.
चुनाव आयोग ने एक्शन लेते हुए कपिल मिश्रा को नोटिस थमाया था. इतना ही नहीं चुनाव आयोग की ओर से ट्विटर को कपिल मिश्रा का विवादित ट्वीट हटाने के निर्देश दिए गए. जिसके बाद ट्वविटर ने उनका ट्वीट डिलीट कर दिया है.