New Delhi: झारखंड के रामगढ़ जिले में स्थित भगवान शिव का एक ऐसा रहस्यमयी शिव मंदिर है, जिसके बारे में जानने के बाद हर श्रद्धालु इस मंदिर में एक बार जरूर जाना चाहता है।बड़ी खबर: अब रुस देगा भारत को 48 आर्मी ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर, नहीं होगी आर्मी को अब…
यूं तो भगवान शिव को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं लेकिन यहां आज भी भगवान के चमत्कार कभी-कभी देखने को मिल जाते हैं। मंदिर की विशेष बात यह है कि यहां वर्ष के 12 महीने और 24 घंटे जलाभिषेक होता रहता है। यह पूजा युगों से हो रही है। मान्यता के अनुसार इस स्थान का वर्णन पुराणों में भी है। भक्तों की आस्था है कि इस मंदिर में मांगी प्रत्येक मनोकामना पूर्ण हो जाती है।
स्वयं अभिषेक करती हैं गंगा
कहते हैं जब इस मंदिर की जानकारी अंग्रेजों को हुई और उन्होंने होने वाले चमत्कार को अपनी आंखों से देखा तो वह देखकर हैरान हो गए थे। इस तरह के घटनाक्रम अक्सर होने पर लोगों में भगवान के प्रति आस्था और मजबूत हो गई है। गहराई पर पहुंचने के बाद उन्हें पूरा शिवलिंग मिला और शिवलिंग के ठीक ऊपर गंगा की प्रतिमा मिली जिसकी हथेली पर से गुजरते हुए आज भी गंगा जल शिवलिंग पर गिरता है। यही वजह है कि यह रहस्यमय मंदिर आज भी आस्था का केंद्र बना हुआ है। इस शिव मंदिर को पहले से ‘टूटी झरना’ मंदिर के नाम से जानते हैं। यह आज भी रहस्य बना हुआ है कि आखिर इस पानी का स्रोत कहां है?
दर्शनों हेतु बहुत संख्या में आते हैं भक्त
लोग दूर-दूर से यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं और वर्ष भर मंदिर में भक्तों की भीड़ रहती है। मान्यता है कि भगवान के इस अद्भुत स्वरुप के दर्शन मात्र से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं। शिवलिंग पर गिरने वाले जल को श्रद्धालु प्रसाद स्वरुप लेते हैं और अपने घरों को भी लेकर जाते हैं। इस जल को पीने से मन शांत होता है और कष्टों से लड़ने की शक्ति मिलती है।