हरियाणा के चर्चित आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने कानूनी प्रक्रिया के सरलीकरण की आवाज उठाई है। उन्होंने कानून व न्याय को लेकर वीरवार सुबह तीखा ट्वीट किया, जिसमें कानूनी पेंचीदगियों के चलते न्याय में देरी होने पर सवाल खड़े किए गए हैं।
खेमका खुद भी कानून की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्हें जल्द ही एलएलबी की डिग्री मिलने वाली है। उनके बेटे भी लॉ ग्रेजुएट हैं व पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में वकालत कर रहे हैं।
खेमका कई मामलों में उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाते रहते हैं। कानून, न्याय व कानूनी प्रक्रिया में सरलीकरण को लेकर उनका यह ट्वीट यूं ही नहीं है। यह कानून व्यवस्था की खामियों पर सवाल खड़े कर रहा है। खेमका को किसी मामले में कानूनी दांवपेंच के कारण न्याय मिलने में देरी हो रही होगी, इसलिए ही उन्होंने ट्वीट के जरिये अपने मन की पीड़ा व्यक्त की है।
कानून बड़ा या न्याय? न्याय के लिए कानून या कानून के लिए न्याय? कानूनी शिक्षा कहे कानून बड़ा। कानूनी दांवपेंच की गिरफ्त में न्याय दम न तोड़े, इसलिए कानूनी प्रक्रियाओं का सरलीकरण जरूरी।