राजस्थान में जारी सियासी दंगल के क्लाइमेक्स का वक्त आ गया है. आज से राजस्थान में विधानसभा का सत्र शुरू हो गया है. शुरुआत में ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर दिया है. सत्र से पहले विधायकों को व्हिप जारी कर दिया गया है.
राजस्थान विधानसभा में बोलते हुए पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि आज मैं सदन में आया तो देखा कि मेरी सीट पीछे रखी गई है. मैं आखिरी कतार में बैठा हूं. मैं राजस्थान से आता है, जो कि पाकिस्तान बॉर्डर पर है. बॉर्डर पर सबसे मजबूत सिपाही तैनात रहता है. मैं जब तक यहां बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है.
मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में कहा, ‘अमित शाह हिसाब मांग कर रहेगा, छोड़ेगा नहीं’. इस पर राजेंद्र राठौड़ ने आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह केंद्रीय गृहमंत्री का नाम नहीं लिया जा सकता. इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि बात साफ है, पैसा दिया था तो हिसाब मांगा ही जाएगा.
संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने बीजेपी नेताओं से कहा कि अमित शाह आपको माफ नहीं करेंगे. वह जवाब मांगेंगे. शांति धारीवाल ने कहा कि जिस तरह से महाराणा प्रताप ने विरोधियों को हराया, उसी तरह अशोक गहलोत ने हराया. राजस्थान में ना किसी शाह की चली, ना तानाशाही की चली.