कोरोना से लड़ाई में भारत ने अब एक नया मील का पत्थर स्थापित कर दिया है. स्वदेशी वैक्सीन से वायरस को मात देते हुए भारत में रिकॉर्ड 4.2 करोड़ लोगों को टीका लगाया जा चुका है. बीते 24 घंटों में ही 27 लाख लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है. पहले फेज में फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन दी गई है और अब 60 वर्ष के अधिक उम्र के बुजुर्गों को कोरोना की वैक्सीन दी जा रही है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 60 वर्ष से अधिक आयु के 1 करोड़ से अधिक लोगों को केवल 15 दिनों के भीतर कवर किया गया था. भारत की इनोक्यूलेशन ड्राइव (वैक्सिनेशन की रफ्तार) अब ब्रिटेन के बाद दुनिया में दूसरे नंबर पर है.
सीरम इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर सुरेश जाधव ने कहा है कि भारत को फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए Covid-19 इनोक्यूलेशन ड्राइव को पूरा करने में कम से कम तीन से चार महीने लगेंगे. बता दें कि भारत में 16 जनवरी 2021 से वैक्सीनेशन शुरू हुआ था.
वहीं, मार्च महीने में देश में कोरोना की रफ्तार फिर बढ़ गई है. महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश में संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि देखने को मिली है. महाराष्ट्र और पंजाब में नाइट कर्फ्यू लगाया जा रहा है जबकि मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों में स्कूल, कॉलेज बंद कर हॉटस्पॉट इलाकों में लॉकडाउन किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वे होली से पहले तीसरे चरण यानी युवाओं के लिए वैक्सीनेशन का काम शुरू करने की तैयारी में हैं.