हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के सुरक्षा कवर को बढ़ाकर जेड प्लस कर दिया गया है। राज्य सरकार ने हाल ही में खतरे के आधार पर वीआईपी लोगों को प्रदान की गई सुरक्षा की समीक्षा करने के बाद उनकी सुरक्षा को बढ़ाया है। मांझी गया में इमामगंज का प्रतिनिधित्व करते हैं जो माओवाद प्रभावित जिला है।
राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास अग्रिम सुरक्षा वाली जेड प्लस सुरक्षा है। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के पास जेड प्लस सिक्योरिटी कवर है। वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पास वाई प्लस सुरक्षा है जबकि उनके बड़े भाई और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव के पास वाई श्रेणी की सुरक्षा है। इसके अलावा लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार के पास वाई प्लस सिक्योरिटी कवर है।
हाल ही में महागठबंधन का हिस्सा रहे मांझी ने लालू का साथ छोड़कर नीतीश कुमार का हाथ थाम लिया है। मांझी 27 मार्च 2019 को जारी किए गए सुरक्षा कवर अधिसूचना में शामिल वीआईपी में अकेले ऐसे नेता हैं जिनकी सुरक्षा को राज्य सरकार ने बढ़ाया है। इससे पहले जुलाई 2015 में केंद्र सरकार ने मांझी को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की थी लेकिन उसे नवंबर 2017 में हटा लिया गया था।
ताजा सूची के अनुसार, कुल मिलाकर 31 वीआईपी को एक्स श्रेणी से लेकर अग्रिम सुरक्षा वाली जेड-प्लस सुरक्षा कवर दिया गया है। 16 वीआईपी के पास वाई श्रेणी की सुरक्षा है और केवल पूर्व मंत्री अनिल कुमार के पास एक्स श्रेणी की सुरक्षा है। इससे पहले राज्य सरकार ने मांझी को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी थी। राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा से एक दिन पहले राज्य सरकार ने सुरक्षा में हुए बदलाव को लेकर अधिसूचना जारी की थी।
अधिसूचना के अनुसार, यह निर्णय 21 सितंबर को सुरक्षा समिति की बैठक के बाद लिया गया है। समिति समय-समय पर खुफिया सूचनाओं, धमकी या किसी माओवाद प्रभावित क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले वीआईपी व्यक्ति को प्रदान की गई सुरक्षा की समीक्षा करने के लिए बैठक करती है। केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को राज्य सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा में रखा है।