सचिन पायलट और गांधी परिवार की मुलाकात शाम 5.00 बजे फिर से होनी है. इससे पहले गांधी परिवार अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर रहा है. बताया जाता है कि सचिन पायलट ने गांधी परिवार के साथ बैठक के दौरान कुछ शर्तें रखीं. पायलट ने अशोक गहलोत के अलावा भविष्य में उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की सार्वजनिक घोषणा करने की मांग की.
पायलट की शर्त के मुताबिक अगर यह संभव नहीं हो पाया तो उनके गुट के दो वरिष्ठ नेताओं को उपमुख्यमंत्री बनाया जाए और अन्य को मंत्रिमंडल में जगह दी जाए या किसी बोर्ड, न्यास, निगम की कमान दी जाए.
सचिन पायलट को दिल्ली में राष्ट्रीय महासचिव का पद दे दिया जाए. सचिन पायलट अपनी सम्मानजनक वापसी के लिए यह भी चाहते हैं कि कांग्रेस की ओर से सार्वजनिक रूप से यह घोषणा की जाए कि राहुल गांधी की ओर से घोषणा पत्र में किए गए वादों को लागू करने की घोषणा की जाए.
बगावती तेवर अख्तियार करने से पहले सचिन पायलट गहलोत सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर थे और प्रदेश कांग्रेस की कमान भी उन्हीं के हाथ में थी.
अब राहुल गांधी ने बातचीत के दौरान सचिन पायलट से कहा है कि आप अपने दोनों पर लौटिए. राहुल ने पायलट से यह भी कहा कि सरकार के कामकाज के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी. कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सचिन पायलट के साथ आए सभी विधायकों से भी बात करने की इच्छा जताई.