बीजेपी और आरएसएस को रोकने के लिए सभी विरोधी दलों ने कमर कस ली है। विपक्षी पार्टियों का मानना है कि मोदी के विजय रथ को रोकने के लिए सभी का एकसाथ आना जरुरी है तभी उन्हें 2019 के आम चुनाव में रोका जा सकता है। बीजेपी को रोकने के लिए आरजेडी सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव 27 अगस्त को गांधी मैदान में रैली करने वाले हैं। इस रैली के जरिए लालू की कोशिश सभी विपक्षी पार्टियों की एकजुटता दिखाने की है। लालू ने सभी पार्टियों को एकसाथ लाने के लिए ट्वीट भी किया। लालू ने ट्वीट में लिखा- “सभी ग़ैर-भाजपाई दलों को 27 अगस्त, गांधई मैदान पटना में बीजेपी के खिलाफ फ्रंट-फूट पर बल्लेबाजी कर छक्के के लिए सादर आमंत्रित करता हूं।”
लालू इससे पहले भी ट्विटर के जरिए सभी पार्टियों से साथ आने का आग्रह कर चुके हैं। लालू के इस आग्रह को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी का समर्थन मिला है। ममता ने रैली का समर्थन करने के साथ ही वहां मौजूद रहने की बात कही। ममता ने लालू के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- लालू जी हम 27 अगस्त का आपका न्योता स्वीकार करते हैं। हम वहां मौजूद होंगे। लालू ने रैली के लिए कई दलों से संबंध साधा है। जिनमें बीएसपी सुप्रीमो और यूपी की पूर्व सीएम मायावती और वाम दलों से भी संपर्क साधा है।
गौरतलब है कि बीजेपी नेता सुशील मोदी ने लालू की रैली की घोषणा पर कहा था कि तब तक लालू जेल में रहेंगे कि कहां रहेंगे, ये कौन जानता है। इस पर लालू ने कहा था कि वे ऐसी धमकियों की नहीं डरते हैं। गौरतलब है कि लालू की रैली पटना के गांधी मैदान में होनी है जिसमें 5 लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है। यह रैली 27 अगस्त को होगी। रैली राष्ट्रपति चुनाव के ठीक बाद होगी।