अमृतसर। पुलिस टीम ब्यास के गाजीवाल गांव में लूट के मामले में एक युवक को गिरफ्तार करने पहुंची। युवक न मिला तो पुलिस टीम ने उसकी पत्नी और उसके पांच साल के बच्चे को हिरासत में लेने का प्रयास किया। युवक की मां ने विरोध किया, लेकिन नहीं मानी। इस पर मां ने पुलिस के सामने ही जहर खा लिया और उसकी आत्महत्या कर ली।
युवक न मिला तो पुलिस टीमउसकी पत्नी और पांच साल के बेटे काे लेने लगी हिरासत, मां ने खाया जहर
परिवार का आरोप है कि पुलिस की बदसुलूकी से दुखी होकर महिला चरणजीत कौर ने पुलिस टीम के सामने ही घर में रखी कीड़े मारने की दवा निगल ली। महिला की हालत बिगड़ते देख पुलिस टीम के हाथ-पैर फूल गए। टीम वहां से खाली हाथ लौट गई। परिवार के सदस्यों ने चरणजीत कौर को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी मौत हो गई।
गाजीवाल गांव निवासी स्वर्ण सिंह ने कहा कि पुलिस प्रताड़ना के चलते उसकी मां चरणजीत कौर ने आत्महत्या की है। उसका बड़ा भाई जोधबीर हसंह पुलिस को घर पर नहीं मिला, तो पुलिस ने जोधबीर की पत्नी जस और उसके बेटे अभीनूर (5) को हिरासत में लेने की कोशिश की। तब उनकी मां ने पुलिस का विरोध किया और कहा कि वह गांव के सामने उनकी बहू और पोते को थाने ले जाकर जलील कर रहे हैं। पुलिस के न मानने पर चरणजीत कौर ने घर में रखी कीड़े मारने की दवा निगल ली। इससे उसकी मौत हो गई।
नहीं थी महिला पुलिसकर्मी
स्वर्ण सिंह ने बताया कि शुक्रवार रात उनके घर छापेमारी को पहुंची पुलिस पार्टी में एक भी महिला पुलिस कर्मी नहीं थी। वहीं, एसएसपी परमपाल सिंह गांधी ने बताया कि पुलिस दो दिन पहले हुई ढाई लाख रुपये की लूट के मामले में जोधबीर सिंह को गिरफ्तार करने पहुंची थी। अगर किसी महिला को पकडऩा होता तो महिला पुलिस टीम ले जाई जाती। महिला और पोते को हिरासत में लेने की बात बेबुनियाद।