कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लगातार उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमलावर हैं. प्रियंका गांधी छात्र, किसान, लॉकडाउन में फंसे श्रमिक लगभग हर मसले पर यूपी सरकार को घेर रही हैं. अब उन्होंने बुंदेलखंड में चार किसानों और श्रमिकों की आत्महत्या के मुद्दे पर यूपी सरकार पर निशाना साधा है.
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, बुंदेलखंड में पिछले एक हफ्ते में चार किसानों और मजदूरों ने आत्महत्या कर ली. इसमें वे प्रवासी मजदूर भी थे, जो बाहर से लौटे थे.
लखनऊ में बैठे यूपी के सीएम और अधिकारी रोज मैपिंग करवाने की बात कर रहे हैं. दुख की बात है कि उनके मैप में इन किसानों और प्रवासी मजदूरों की जगह नहीं है.
इससे पहले प्रियंका गांधी ने दावा किया था कि आज यूपी में MA-BED किए हुए युवा मनरेगा में काम करने को मजबूर हैं.
प्रियंका गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि उप्र में युवाओं के लिए की गईं तमाम घोषणाएं कोरी साबित हुई हैं. एक तरफ एक बेरोजगार महिला के नाम पर 25 फर्जी शिक्षक भर्ती हैं, नकल गिरोह के जरिए शिक्षक भर्ती में अयोग्य लोग एंट्री ले रहे हैं. लेकिन एमए, बीएससी, बीएड किए लोग मनरेगा में काम करने को मजबूर हैं. ये जमीनी हकीकत है.
प्रियंका के अलावा बुधवार को ही पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार पर बेरोजगारी को लेकर निशाना साधा था. सपा प्रमुख ने लिखा था कि उप्र में आज बेरोजगारी आत्महत्याओं के रूप में एक भयावह समस्या बन गई है.
कोरोना के सच को झुठलाकर चुनाव में व्यस्त हो गई भाजपा बेरोजगारी व भुखमरी को जब समस्या ही नहीं मान रही है तो समाधान क्या करेगी. बिहार चुनाव आते ही कुछ दिनों बाद तो प्रदेश के ‘स्टार प्रचारक’ भी उड़ चलेंगे.