मनोहर कैबिनेट के विस्तार में भारतीय जनता पार्टी ने जातीय समीकरण साधे हैं। उत्तर, मध्य और दक्षिण हरियाणा के विधायकों में जातियता के साथ क्षेत्रीय आधार पर भी संतुलन किया गया है।
नई कैबिनेट में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित फिलहाल 12 मंत्री हैं और जातीय समीकरणों का आधार देखें तो इस बार मनोहर लाल मंत्रिमंडल में चार जाट, दो अनुसूचित जाति के विधायकों सहित पंजाबी, सिख, अहीर, गुर्जर व ब्राह्मणों को समग्र प्रतिनिधित्व दिया गया है। कैबिनेट में 13 जिलों को प्रतिनिधित्व मिला है।
सत्ता में भागेदारी के जातीय संतुलन में इस बार वैश्य बिरादरी से विधानसभा स्पीकर बनाए जाने के बाद मंत्रिमंडल में कोई वैश्य शामिल नहीं किया गया। हालांकि माना जा रहा है कि अभी भाजपा और जजपा के खाते से एक-एक मंत्री के लिए मंत्रिमंडल में जगह बची हुई है। आने वाले समय में वैश्य बिरादरी से भाजपा एक विधायक को मंत्रिमंडल में समायोजित कर सकती है।